Haryana Assembly Election 2024, Haryana Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा विधानसभा चुनाव होने में महज कुछ ही दिन का समय बचा है। सभी सियासी पार्टी अपने दांव पेच आजमा रहे है और राजनीतिक समीकरण बिठाए जा रहे हैं। इंद्री विधानसभा सीट भी सियासी दृष्टि से काफी अहम मानी जाती है। इंद्री विधानसभा क्षेत्र हरियाणा के करनाल लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है। ये सीट किसी एक पार्टी के लिए ही नहीं रही बल्कि इस विधानसभा से अमूमन हर पार्टी को एक न एक बार मौका जरूर मिला है।
इस बार भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अपने पिछली बार के उम्मीदवार को फिर से रिपीट किया है। पार्टी ने राम कुमार कश्यप को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने राकेश कुमार कंबोज को चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं मुकाबले को दिलचस्प बनाते हुए आम आदमी पार्टी ने हवा सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। जेजेपी ने कुलदीप मदान को टिकट दिया है।
2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजे
अब 2019 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इंद्री विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी रामकुमार कश्यप ने जीत हासिल की थी। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कंबोज को 7431 वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी थी। राम कुमार को 54,221 वोट मिले और निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कंबोज को 46,790 वोट हासिल हुए थे। 2019 में इंद्री में कुल 38.01 फीसदी वोट पड़े। कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. नवजोत कश्यप 16,776 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे।
सीट का सियासी गणित
सीट के आंकड़ों पर गौर करें तो कांग्रेस ने चार बार इस सीट पर कब्जा किया है। कांग्रेस ने 1967, 1968, 1972 और 2005 में यह सीट जीती थी, जब 1967 से लगातार तीन बार इसकी उम्मीदवार परसनी देवी जीतीं, जबकि 2005 में राकेश कंबोज ने सीट जीती। 1977 में जनता पार्टी के उम्मीदवार देस राज ने सीट जीती, जबकि बाद में 1982 और 1987 में लोकदल के उम्मीदवार लछमन ने लगातार दो बार सीट जीती।
1991-2000 में हरियाणा विकास पार्टी (HVP) और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी छाप छोड़ी, जिसमें HVP उम्मीदवार जानकी देवी ने सीट जीती, जबकि 1996 और 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार भीम सैन मेहता ने सीट जीती। 2005 में कांग्रेस ने इस सीट पर फिर से कब्जा कर लिया क्योंकि उसके उम्मीदवार राकेश कंबोज ने सीट जीत ली। हालांकि, बाद में वे 2008 में HJC में शामिल हो गए लेकिन दलबदल विरोधी कानून के कारण उन्हें हटा दिया गया।