हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के टिकट बंटवारे के बाद नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। इसी कड़ी में अब कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चौटाला रानियां से टिकट कटने की वजह से नाराज थे।
इस बारे में बात करते हुए रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि वह हर हाल में रानियां विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था लेकिन मैंने ठुकरा दिया।
चौटाला ने कहा, ”भले ही किसी दूसरी पार्टी से लड़ूं या आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूं लेकिन लड़ूंगा जरूर।” गौरतलब है कि बुधवार को टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी के पांच बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
हरियाणा बीजेपी में भूचाल
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी। पहली लिस्ट के अनुसार, बीजेपी ने अपने 9 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। हरियाणा में टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी के बड़े नेता इस्तीफा दे चुके हैं।
रतिया सीट से बीजेपी विधायक लक्ष्मण नापा ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लक्ष्मण रतिया से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे। इस सीट से बीजेपी ने पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दिया है। वहीं, हिसार जिले के भाजपा सचिव महामण्डलेश्वर दर्शन गिरी महाराज ने भी अपने पद, पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी प्रकार की जिम्मेदारियों से इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफे दे रहे हैं।
टिकट बंटवारे के बाद बीजेपी नेताओं का इस्तीफा
इसके अलावा हरियाणा भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने भी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कर्णदेव कंबोज इंद्री विधानसभा से टिकट कटने से नाराज थे।
गौरतलब है कि भाजपा की पहली लिस्ट में 67 नाम सामने आए थे। बीजेपी ने अपने 9 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। इस लिस्ट में कुल आठ महिलाओं को टिकट मिला है। बीजेपी ने 17 विधायक और 8 मंत्री को दोबारा टिकट दिया है जबकि दो मंत्रियों का टिकट कटा है।
कौन हैं रणजीत सिंह चौटाला?
रणजीत सिंह चौटाला पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के भाई और देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बेटे हैं। पहली बार उन्होंने रोडी विधानसभा से 1987 में लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़ा था और विधायक बने थे। रणजीत चौटाला 2019 में रानियां सीट से ही निर्दलीय चुनाव लड़कर जीते थे और बाद में बीजेपी सरकार को समर्थन देकर मंत्री बन गए थे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने रणजीत सिंह चौटाला को हिसार से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश उर्फ जेपी से हार का सामना करना पड़ा था।
