Haryana Election Date Change: इलेक्शन कमीशन ने हरियाणा की चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। आयोग ने अब वोटिंग की डेट को 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर 2024 कर दिया है। इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर से बढ़ाकर 8 अक्टूबर कर दी है।

चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर कहा कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा बीकानेर के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख को बदलने की मांग की थी। पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवार पीढ़ियों से अपने गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में अपने वार्षिक उत्सव के लिए आसोज महीने में अमावस के दौरान राजस्थान में अपने पैतृक गांव मुकाम जाने की एक लंबी परंपरा का पालन करते आ रहे हैं। इस साल यह उत्सव 2 अक्टूबर को होगा और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे। इसकी वजह से वह वोट नहीं डाल पाएंगे।

पहले भी बदली चुनाव की तारीखें- चुनाव आयोग

चुनाव आयोग ने अधिसूचना में कहा कि आयोग ने पहले भी समुदायों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। उदाहरण के लिए 2022 में पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान आयोग ने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मतदान को एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया था।

Haryana Election: हरियाणा BJP में टिकट को लेकर घमासान, उम्मीदवार घोषित करने में क्यों हो रही देरी?

इसी तरह मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थनाओं का सम्मान करने के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया। इसी तरह 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में आयोग ने देवउठनी एकादशी पर तारीख को बदला था। यह राजस्थान में सामूहिक विवाह के लिए जरूरी दिन है। यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की डेच बदली गई थी।

बीजेपी और जेजेपी ने की थी मांग

चुनाव की तारीख में बदलाव का समर्थन भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ क्षेत्रीय दलों इनेलो और जजपा ने भी किया था। जजपा ने तर्क दिया कि एक अक्टूबर को चुनाव कराए गए तो वोटिंग फीसदी में गिरावट देखी जा सकती है। उस दौरान छुट्टियों की वजह से लोग घूमने के लिए राज्य से बाहर जा सकते हैं। वहीं विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस कदम की आलोचना की थी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी के रुख से पता चलता है कि उसने पहले ही हार मान ली है।