देश में चल रहे अजान बनाम हनुमान चालीसा विवाद पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी राय रखी है। उन्होंने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने को लेकर उठ रही मांग को एक साजिश करार दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इन मुद्दों को उठाकर भारतीय जनता पार्टी राजनीति कर रही है।

टीवी चैनल आज तक के साथ एक इंटरव्यू में एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि जब महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की गठबंधन की सरकार थी तब इन्हें लाउडस्पीकर याद नहीं आया। उस वक्त इनके मुंह में लड्डू और गुलाब जामुन था इसलिए खामोश बैठे थे। अब रमजान के पाक महीने में सुकून से हमें रमजान मनाने नहीं देना चाहते। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह दो भाईयों का भी झगड़ा है, इसलिए इन सब चीजों को महाराष्ट्र में उठाया जा रहा है।

मुसलमानों के खिलाफ तैयार किया जा रहा माहौल- ओवौसी
ओवैसी ने आरोप लगाया कि इस मसले को उठाकर महाराष्ट्र में अमन को बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है। और कुछ गड़बड़ हो इसलिए इसे उठाया जा रहा है। वहीं, एंकर ने कहा कि देश की अदालतों का मानना है कि अजान इस्लाम के लिए जरूरी है पर लाउडस्पीकर नहीं तो आपको नहीं लगता इस पर पहल होनी चाहिए।

इस पर ओवैसी ने जवाब देते हुए कहा, “कौन सा सुप्रीम कोर्ट के हर जजमेंट को लागू किया जा रहा है। लाउडस्पीकर सिर्फ मस्जिद पर ही थोड़े लगता है दूसरे मजहब के त्यौहारों में भी उसका इस्तेमाल किया जाता है। मुल्क में मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा की जा रही है और ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि हिंदू भाईयो-बहनों को मुसलमानों से खतरा है। अगर इस तरह की राजनीति बीजेपी और संघ कर रहा है तो लोगों को जिम्मेदार नागरिक बनकर ये बात समझनी पड़ेगी।”

ओवैसी का आरोप- सरकार उठाती है ये मसले
मंदिर और मस्जिद दोनों जगह से लाउडस्पीकर हटाए जाने की अपील करने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि वो ऐसा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, “मुझे ये शिकायत है कि रमजान आते ही तमाम कोंट्रोवर्शियल चीजों को उठाया जाता है और उसके बाद वो मुद्दे खत्म हो जाते हैं। आखिर क्या पैगाम देना चाहते हैं। रमजान हमारे लिए सब्र का महीना है उसमें भी आप इन मसलों को उठा रहे हैं। सरकार ये मसले उठाती है।”

बुलडोजर पर भी बोले ओवैसी
इसके बाद ओवैसी ने मध्य प्रदेश, गुजरात और दिल्ली में दुकानों और घरों पर बुलडोजर का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि घरों दुकानों को तोड़ते समय वो आदेश क्यों याद नहीं आया, जिसमें कहा गया है कि ऐसी कार्रवाई से पहले नोटिस देना चाहिए।

बता दें कि महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा बनाम अजान का मुद्दा गर्माया हुआ है। राज ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से तीन मई तक लाउडस्पीकर हट जाने चाहिए, वरना मस्जिदों के आगे हनुमान चालीसा बजेगी। वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की जिद करने वाली अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासत और गरमा गई है।