Sanatan Dharma Has Ruined India: एनसीपी-एससीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, ‘सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया है। सनातन धर्म नाम का कोई धर्म कभी था ही नहीं। हम हिंदू धर्म के अनुयायी हैं।’ उनके इस बयान पर सियासी बवाल मच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने जितेंद्र आव्हाड को आड़े हाथों लिया और अगर यह बयान इस्लाम और मुसलमानों के बारे में दिया गया होता, तो आपको प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब नहीं मिलता।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘इन्होंने आज फिर से सनातन धर्म को अपशब्द कहे। इन्होंने कहा कि सनातन धर्म ने भारत को बर्बाद कर दिया। सनातन धर्म नाम का कोई धर्म ही नहीं था। क्या अर्थ होता है सनातन का, जो सदा सर्वदा था और जो सदा सर्वदा रहेगा। जो सत्य है वही सनातन है। सत्यम शिवम सुंदरम वही सनातन है। आपने सत्य को गाली दी है। आपने शिव के विरूद्ध में कहा, आपने हिंदुस्तान की सुंदरता के विरोध में कहा है। जिस सुंदरता में सब के लिए सम्मान है। मैं आज जितेंद्र आव्हाड के इस बयान के ऊपर शरद पवार और सुप्रिया सुले से पूछना चाहता हूं कि क्या यह पार्टी की लाइन है।’

सत्ता की सियासत में नीतीश की नाराजगी

बीजेपी सांसद ने बोला हमला

बीजेपी के सांसद ने कहा, ‘क्या ये जितेंद्र आव्हाड का व्यक्तिगत बयान है। क्या यह उनकी पार्टी का बयान है या जितेंद्र आव्हाड का बयान है। ये पूरी की पूरी कांग्रेस की जो इकोसिस्टम है। वो रह-रह कर तुष्टिकरण के जिस प्रकार से सनातन धर्म को गाली दे रही है। सनातन धर्म को मिटाने की कोशिश कर रही है, सनातन धर्म के विरोध में कह रही है। हिंदू आतंकवादी कहो, सनातन आतंकवादी कहो जिस प्रकार के वक्तव्य पृथ्वीराज चव्हाण दे रहे हैं ये किसी और देश में और पूरे विश्व में नहीं होता है। आप मेजोरिटी धर्म के ऊपर आक्षेप करो। फिर आप उन्हें असहिष्णु कहो।’

अगर इस्लाम के बारे में ऐसा कहा होता – संबित पात्रा

संबित पात्रा ने कहा, ‘हम सहिष्णु हैं और सनातनी है। तभी केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने विरोध को जताते हैं। सोचिए अगर आपने ऐसा ही कहा होता कि इस्लाम अलग है और मुस्लिम अलग है जैसे आपने सनातन अलग है और हिंदू अलग है कहा है तो प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जवाब नहीं दिया जाता। कौन सहिष्णु हैं और किस प्रकार से देश में व्यवहार करना चाहिए। मुझे लगता है कि शरद पवार और सुप्रिया सुले जितेंद्र आव्हाड से पूछे। शरद पवार की पार्टी के नेता जितेंद्र आह्वाड का विवादित बयान