बड़े भाई से मिलने अमेरिका जा रहे एक युवक को जब वहां का वीजा नहीं मिला तो उसने ट्रैवल एजेंट की मदद ली। यह मदद उसके लिए भारी परेशानी की वजह बन गई। ट्रैवल एजेंट सुल्‍तान सिंह की लापरवाही से वह कजाकिस्तान पहुंच गया। वहां के अल्माती एयरपोर्ट पर ट्रैवल एजेंट की लापरवाही की पोल खुल गई, लिहाजा गुरप्रीत सिंह को वहां से वापस भारत भेज दिया गया। गुरप्रीत ने पूछताछ में बताया कि एजेंट ने 50 लाख रुपये लेकर उसे अमेरिका भेजने के लिए व्यवस्था करने की बात कही थी। अब एयरपोर्ट की पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कजाकिस्‍तान के अल्‍माती एयरपोर्ट पर बिगड़ गया मामला

मीडिया सूत्रों के मुताबिक गुरप्रीत सिंह कुछ दिन पहले अमेरिका जाने के लिए दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचा था। एजेंट सुल्तान सिंह के बताए अनुसार वह सबसे पहले वोटर आईडी कार्ड के जरिए भूटान गया। वहां कुछ दिन ठहरने के बाद वह भारतीय पासपोर्ट की मदद से थाईलैंड चला गया। थाईलैंड से वह कजाकिस्तान पहुंच, क्योंकि भारतीय पासपोर्ट पर कजाकिस्‍तान के अल्‍माती शहर आने वाले यात्रियों के लिए वीजा ऑन अराइवल की सुविधा थी। ऐसे में वह अल्‍माती पहुंच गया। अल्‍माती एयरपोर्ट पर पहुंचते ही सारा मामला बिगड़ गया।

पासपोर्ट की जांच में चार पेज थे गायब, अफसरों ने किया डिपोर्ट

यहीं से उसके लिए दिक्कतें शुरू हो गईं। वहां जब उसके पासपोर्ट की जांच हुई तो उसमें अफसरों को चार पेज गायब दिखे। ये पेज नंबर 13, 14, 23 और 24 थे। इससे उनको शक हुआ कि मामले में कुछ गड़बड़ी है। इमीग्रेशन अफसरों ने उसे शहर में जाने की इजाजत नहीं दी और वापस भारत भेज दिया गया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उसे यहां के इमीग्रेशन अफसरों ने पकड़ लिया और पूछताछ शुरू की। उसके खिलाफ आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है।

फिलहाल पूछताछ में गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसके एजेंट ने उसे अमेरिका भेजने के लिए उससे 50 लाख रुपये में सौदा किया था। यह तय हुआ था कि 10 लाख रुपये तुरंत और 40 लाख रुपये अमेरिका पहुंचकर दिया जाना था। उसने यह भी स्वीकारा कि पासपोर्ट के पेज फाड़कर गायब करने के लिए एजेंट ने ही कहा था।

गुरप्रीत सिंह भाई के पास अमेरिका जाने के लिए इतना ज्यादा बेसब्र था कि इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार हो उठा था। एजेंट सुल्तान सिंह ने उसे पहले भी अमेरिका भेजने की कोशिश की थी, लेकिन उस बार भी वह पकड़ा गया था।