मोरबी में केबल पुल हादसे के बाद स्थानीय सरकारी अस्पताल के मेकओवर की तस्वीरें और जानकारियां सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने एक पत्रकार को अस्पताल से बाहर निकाल दिया। रविवार की शाम भयावह घटना में 135 लोगों की मौत होने के बाद पीएम मोदी के मंगलवार को घायलों का हालचाल जानने और परिजनों से मिलने के लिए पहुंचने की सूचना पर अस्पताल में कथित तौर पर काफी साफ-सफाई की जाने लगी और पूरे अस्पताल को सजाया संवारा जाने लगा। पूरे अस्पताल परिसर, खास तौर पर उन स्थानों पर, जहां पीएम को जाना था, वहां पर रंग रोगन किया गया था। बेड और चादरों को बदल दिया गया था। मरीजों के पास उनकी जरूरत की सभी चीजें रख दी गई थीं।

इनकी तस्वीरें जैसे ही वायरल हुईं पुलिस ने पत्रकार को कैमरामैन के साथ अस्पताल से बाहर जाने के लिए कहा। पुलिस ने खुद उन्हें गेट के बाहर तक छोड़ दिया। इसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं भी शुरू हो गईं।

आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी के पहुंचने एक दिन पहले सिविल अस्पताल किए जा रहे रंगरोगन को लेकर ट्वीट किया था। पार्टी ने लिखा, “Photoshoot में घटिया बिल्डिंग की पोल ना खुल जाए। 141 लोग मर चुके हैं, सैकड़ों लोग लापता हैं, असली दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई लेकिन भाजपाइयों को फोटोशूट करके लीपापोती की पड़ी है..।”

माकपा नेता समेत कई नेताओं ने सरकारी रवैये पर जताई नाराजगी

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि गुजरात के मोरबी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले अस्पताल में रंग-रोगन किया जाना ‘अमानवीय’ है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जिस वक्त अस्पताल को पुल दुर्घटना में घायल हुए लोगों के उपचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था तब वहां प्रधानमंत्री के दौरे के लिए रंग-रोगन किया जा रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इरादा यह होना था कि घायलों का उपचार किया जाए, लेकिन रंगाई-पुताई से ध्यान कहीं और चला गया। यह आमनवीय है।’’ प्रधानमंत्री मोदी के दौरा करने से पहले अस्पताल को रातोंरात चमका दिया गया। उनके दौरे के मद्देनजर मजदूरों को 300 बिस्तर वाले अस्पताल के एक हिस्से को साफ करते तथा पेंट करते हुए देखा गया। यह अस्पताल भूतल के साथ दो मंजिला बना हुआ है। 

मंगलवार को अस्पताल पहुंचे पीएम मोदी ने कहा, “समय की मांग है कि एक विस्तृत और व्यापक जांच की जाए जो इस दुर्घटना से संबंधित सभी पहलुओं की पहचान करेगी।” मोदी ने कहा कि अधिकारियों को प्रभावित परिवारों के संपर्क में रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दुख की इस घड़ी में उन्हें हर संभव मदद मिले। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष संघवी भी मौजूद थे। इससे पहले मोदी ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय अस्पताल भी गए जहां इस हादसे में घायल हुए लोगों का उपचार किया जा रहा है।