पहली बार गुजरात सरकार का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग काफी अनोखे ढंग से 20 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस मनाने जा रहा है। गौरतलब है कि यह पहल प्रमुख सचिव (समाजिक न्याय एवं अधिकारिता) मनोज अग्रवाल ने की है। वरिष्ठ नौकरशाहों ने कथित तौर पर अपने विभाग के अधिकारियों को विभिन्न चाइल्ड-केयर संस्थानों का दौरा करने और बच्चों से मिलने को कहा है, ताकि वे खुद को विशिष्ठ और समाज का हिस्सा महसूस कर सकें।
अग्रवाल खुद गांधीनगर शहर में एक ऐसे सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान का दौरा करने वाले हैं जहां HIV+ से प्रभावित बच्चों की देखभाल की जा रही है। गौरतलब है कि भारत में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। यह दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में यह प्रथा काफी लंबी अर्से से चली आ रही है। हालांकि, विश्व भर में 20 नवंबर को यूनिसेफ द्वारा बाल दिवस मनाया जा रहा है।
इसके अलावा गुजरात में मुख्य सचिव को लेकर अटकलों का बाजार भी काफी गर्म है। राज्य सचिवालय में शीर्ष नौकरशाही के बीच नए मुख्य सचिव (CS) की चर्चा जोरों पर है, क्योंकि वर्तमान मुख्य सचिव जेएन सिंह का कार्यकाल इसी महीने खत्म होने जा रहा है। इस बीच सचिवालय के कई नौकरशाहों का मानना है कि दिल्ली में पोस्टेड कोई अधिकारी या फिर सीनियर आईएएस अधिकारी गुरुप्रसाद महापात्रा सीएस की दौड़ में सबसे आगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि महापात्र दिल्ली छोड़ने के लिए राजी नहीं होंगे। लेकिन, उन्हें गांधीनगर में सेवा करने के लिए कहा जा सकता है।
एक सीनियर IAS अधिकारी ने बताया, “केंद्र सरकार में बैठा कोई भी अधिकारी किसी राज्य में काम नहीं करना चाहेगा। यदि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर किसी अधिकारी को गुजरात सीएस के रूप में नियुक्त किया जाता है, तो यह बीजेपी नेतृत्व (पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह) के आदेश पर ही होगा।”

