गुजरात के वडोदरा शहर में एक पुलिसकर्मी 13 साल के बच्चे को कई बार थप्पड़ मारते हुए सीसीटीवी में कैद हो गया। जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। बता दें कि कंट्रोल रूम से जुड़े एक अधिकारी ने जानकारी दी कि यह मामला 2 अप्रैल, शनिवार की रात करीब पौने नौ बजे का है। गौरतलब है कि पुलिसकर्मी का नाम शक्ति सिंह पवरा है और वो छनी पुलिस थाने से जुड़ा हुआ था।
बता दें कि मामला वडोदरा शहर के नंदेसरी बाजार का है। शक्ति सिंह पवरा सरकारी वाहन से शहर के दूसरे थाने गए थे। वापस आते समय सड़क पार करते हुए उन्होंने देखा कि एक बच्चा उन पर कुछ बड़बड़ा रहा है। जिसके बाद पुलिसकर्मी आक्रोश में गाड़ी से नीचे उतरा और बच्चे को कई बार थप्पड़ जड़ दिया। सीसीटीवी में कैद हुई घटना के मुताबिक पुलिसकर्मी ने बच्चे का हाथ भी मरोड़ा।
बता दें कि घटना सीसीटीवी में कैद होने के चलते इसका वीडियो उच्च अधिकारियों तक पहुंचा और पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया। इसको लेकर अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मी के खिलाफ बच्चे की पिटाई करने के संबंध में शिकायत मिली थी। मामले की जांच की गई और पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम ने शक्तिसिंह पवरा को बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में निलंबित कर दिया।
कुछ दिन पहले गुजरात पुलिस ने किशोरी को छुड़ाया था: जहां एक तरफ गुजरात के एक पुलिसकर्मी पर बच्चे की पिटाई का आरोप है तो वहीं कुछ दिन पहले गुजरात पुलिस ने एक नाबालिग किशोरी को सौदा करने वालों से बचाकर सुर्खियां बटोरी थीं। दरअसल राजस्थान के उदयपुर के फलासिया थाना क्षेत्र में एक गांव से गुजराती युवक नाबालिग लड़की को चार महीने पहले सवा लाख रुपए में खरीद कर ले गया था।
युवक ने लड़की को पत्नी बनाकर रखा था और उसके साथ दुष्कर्म करता। लेकिन सत्रह साल की किशोरी किसी तरह मौका पाकर वहां से भाग निकली और अपने घर लौट आई। बाद में खरीदार उसे पकड़ने के लिए उसके घर पहुंच गया और अपने साथियों के साथ लड़की को उठाकर ले जाने लगा। तभी राजस्थान की सीमा पर संदिग्ध अवस्था में देखकर गुजरात पुलिस को शक हुआ और उसने पूछताछ के बाद लड़की को खरीदार के चंगुल से छुड़ाया।
इस मामले में राजस्थान पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं लड़की के घरवालों को इसकी सूचना दी गई। पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल करवाया और उसे नारी निकेतन भेज दिया।