संसद के मानसून सत्र के पहले दिन सरकार ने कहा कि वह पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा चलाए गए सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए तैयार है। लोकसभा में सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर 16 घंटे की चर्चा के लिए सहमति दे दी। वहीं, राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर 9 घंटे चर्चा की जाएगी।
यह चर्चा अगले सप्ताह होने की संभावना है। हालांकि विपक्ष ने जोर दिया कि यह चर्चा इस हफ्ते ही शुरू होनी चाहिए और इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए। सूत्रों के अनुसार कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में सरकार के प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस हफ्ते विदेश दौरे पर जा रहे हैं इसलिए अगर वह चर्चा के दौरान सदन में मौजूद रहें तो बहस अगले सप्ताह ही संभव होगी।
विपक्ष की मांग- गृहमंत्री और रक्षा मंत्री भी चर्चा के दौरान सदन में उपस्थित रहें
विपक्षी सदस्यों ने इस पर विरोध जताया कि सरकार के इस हफ्ते के एजेंडे में इस मुद्दे पर बहस का कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने यह भी मांग की कि गृहमंत्री और रक्षा मंत्री को भी चर्चा के दौरान सदन में उपस्थित रहना चाहिए। कुछ विपक्षी नेताओं ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और मणिपुर की स्थिति पर भी बहस कराने की मांग की।
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गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ है और 21 अगस्त तक इसकी 21 बैठकें होनी हैं। राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर चर्चा की मांग पर सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा के लिए तैयार है।
नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह दावा कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में मध्यस्थता की, देश के लिए ‘अपमानजनक’ है। उन्होंने कहा ‘‘सरकार को इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।’’
सरकार किसी भी बहस से पीछे नहीं हट रही- जेपी नड्डा
इस पर उच्च सदन के नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता नड्डा ने कहा कि सरकार इस विषय पर विस्तार से चर्चा के लिए तैयार है और वह किसी भी बहस से पीछे नहीं हट रही है। नड्डा ने कहा कि सरकार ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा ‘‘यह संदेश कतई नहीं जाना चाहिए कि सरकार आपरेशन सिंदूर पर चर्चा नहीं करना चाहती। हम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की ओर संकेत करते हुए कहा कि आजादी के बाद से आज तक ऐसा कोई अभियान नहीं हुआ जैसा अभी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुआ। उन्होंने कहा कि वह इतिहास में नहीं जाना चाहते।
विपक्ष ने दोनों सदनों में नियत कामकाज स्थगित कर ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की मांग उठाई और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कार्रवाई बाधित हुई। पढ़ें- ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अड़े मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी नड्डा ने दिया जवाब
(इनपुट- पीटीआई/भाषा)