भारत में पिछले एक महीने में कोरोनावायरस के केस तेजी से बढ़े हैं। इस दौरान संक्रमण से होने वाली 90 फीसदी मौतें 45 साल से ऊपर के लोगों की पाई गई। हाल ही में सरकार के एक आंतरिक सर्वे में सामने आया है कि देश में 90 फीसदी लोग कोरोना से बचाव के लिए मास्क का महत्व तो समझते हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 44 फीसदी ही मास्क पहनते हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि लोगों के मास्क पहनने में बरती जा रही कोताही और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने की वजह से देश में कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। यह सभी चिंताएं हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की कोरोना के सबसे ज्यादा केसों वाले 12 राज्य और 46 जिलों के नगरपालिका आयुक्त और जिलाधिकारियों के साथ बैठक में उठीं। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, पंजाब और बिहार से अधिकारी शामिल हुए थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि कोरोनावायरस से संक्रमित एक व्यक्ति 30 दिन के अंदर बिना किसी प्रतिबंध के 406 लोगों को बीमार कर सकता है। हालांकि, लोग अगर खुद के बाहर निकलने को 50 फीसदी तक भी कम कर लें, तो एक व्यक्ति से ज्यादा से ज्यादा 15 लोग ही संक्रमित हो सकते हैं। इतना ही नहीं अगर बाहर निकलने की आवृत्ति 75 फीसदी तक कम कर दी जाए, तो एक व्यक्ति से सिर्फ 2.5 लोग ही संक्रमित हो सकते हैं।

बता दें कि भारत में मई 2020 के बाद से इस हफ्ते कोरोना के केस सबसे तेजी से बढ़ी हैं। 46 जिलों से ही 71 प्रतिशत संक्रमण और 69 फीसदी मौत के मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में देश में एक बार फिर 62 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए।

कोरोना से सबसे बुरी स्थिति महाराष्ट्र की है, जहां पिछले 24 घंटों में 35 हजार से ज्यादा केस आए, जबकि 166 लोगों की मौत हुई। इसके बाद छत्तीसगढ़ में 3162 केस आए और 13 मौतें हुईं, जबकि पंजाब में 2805 नए केस आए और 45 मौतें हुई हैं। हालांकि, टीकाकरण में भी कई राज्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। भारत में अब तक कोरोना की छह करोड़ डोज लग चुकी हैं। इनमें 80 लाख से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स शामिल है, जबकि 45 साल से ऊपर के 61 लाख 72 हजार और 60 साल के ऊपर के 2 करोड़ 64 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है।