वंदे भारत ट्रेनें देश में ना सिर्फ हाई-स्पीड रेल कनेक्शन प्रदान कर रही हैं बल्कि प्रमुख तीर्थ स्थलों को भी जोड़ रही हैं। 13 वंदे भारत एक्सप्रेस मार्गों में से चार महत्वपूर्ण मार्ग भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों को जोड़ते हैं। इनमें यूपी में वाराणसी, महाराष्ट्र में शिरडी, जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर और आंध्र प्रदेश में तिरुपति के तीर्थ स्थलों के लिए रेलेव ट्रैक शामिल हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को शुरू करने के पीछे सरकार का विशेष मकसद तीर्थ केंद्रों के बीच संपर्क में सुधार और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं की मदद करना है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार (7 अप्रैल, 2023) को कहा कि प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच सेमी हाई स्पीड आधुनिक ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले हैं। ट्रेन दोनों शहरों के बीच यात्रा के समय को लगभग साढ़े तीन घंटे कम कर देगी और तीर्थयात्रियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी।
वर्तमान में 13 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन विभिन्न मार्गों पर चल रही हैं। इनमें से चार भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित तीर्थ स्थलों को जोड़ती हैं। तीन अन्य वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी (कटरा) और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (मुंबई)-शिरडी हैं। प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग-744 की सड़क परियोजनाओं के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे। सूत्रों ने बताया कि इससे दक्षिण भारत के कुछ सबसे पवित्र स्थलों जैसे मदुरै में मीनाक्षी मंदिर, श्रीविल्लीपुथुर में अंडाल मंदिर और केरल में सबरीमाला जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि बेहतर संपर्क से रोजगार के अवसर पैदा होते हैं और आतिथ्य, हस्तशिल्प और खाद्य सेवाओं जैसे सहायक उद्योगों के विकास को बढ़ावा मिलता है।
वर्तमान में, वंदे भारत ट्रेनें 17 राज्यों के 108 जिलों को जोड़ती हैं। पिछले महीने मुंबई में दो वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री कहा था, “वंदे भारत ट्रेन आज के आधुनिक भारत की एक शानदार तस्वीर है। यह भारत के विकास की गति और पैमाने का प्रतिबिंब है। आप देख सकते हैं कि देश किस गति से वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत कर रहा है।”
