बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को एक और विवादित बयान में राज्य के पुल निर्माण कार्य में कमीशनखोरी होने का आरोप लगाया और कुछ कमीशन उन्हें भी मिलने की बात की। इसके साथ ही उन्होंने अपने विरोधियों पर हमला बोलते हुए कहा कि जब उन्होंने इसे रोकने की कोशिश की तो वे उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने में लग गए।

बिहार प्रदेश शिक्षक-शिक्षकेत्तर महासंघ के पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री बनते ही जब उन्होंने पुल निर्माण कार्य में जारी कमीशनखोरी को रोका तो लोगों ने उन्हें आगाह किया। आगामी 20 फरवरी तक बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के राज्यपाल के निर्देश पर मांझी ने कहा कि चाहे कुछ भी कर लिया जाए वे जाते-जाते उन लोगों की व्यवस्था करके जाएंगे।

इसके पहले मांझी ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए अपने समर्थकों से कहा था कि – कोई आंख दिखाए तो उसकी आंख निकाल लेनी चाहिए।