गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन कांड में घिरने वाले डॉ. कफील खान को समाजवादी पार्टी ने विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। कफील खान ने खुद के राजनीति में आने को लेकर कहा कि ये सब योगी जी की कृपा है। कफील खान ने कहा कि लाइफ ने डॉक्टर से एक्टिविस्ट बनाया, फिर हिस्ट्रीशीटर बनाया, हिस्ट्रीशीटर से राइटर बनाया और अब पॉलिटिशियन बना दिया। सब योगी जी की कृपा है।

वहीं सपा की तरफ से एमएलसी प्रत्याशी बनाए जाने के पीछे की कहानी बताते हुए कफील खान ने यूपी तक डिजिटल चैनल से बात करते हुए कहा कि मैं यूपी विधानसभा चुनाव में सपा के प्रदर्शन पर अखिलेश यादव को बधाई देने उनसे मिलने गया था। उन्होंने कहा कि सीटें उम्मीद के मुताबिक नहीं आई लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में सपा को 11 फीसदी की बढ़त मिली है।

कफील खान ने बताया, “मुलाकात के दौरान मुझसे अखिलेश यादव ने पूछा कि हम आपकी कैसे मदद कर सकते हैं? तो मैंने कहा कि मेरा सपना है कि यूपी और बिहार की सीमा पर एक चैरिटेबल अस्पताल बनाया जाए। क्योंकि गोरखपुर की तरह बिहार में भी चमकी बुखार से कई मौतें होती हैं। ऐसे में अगर अस्पताल खोला जाए तो बेहतर होगा। इसपर अखिलेश यादव ने कहा कि आप राजनीति में क्यों नहीं आते? एमएलसी बन जाइए, उसके बाद आप लोगों की सेवा कर सकते हैं, कोई अड़चन नहीं आएगी।”

डॉक्टर के पेशे से राजनीति में आने को लेकर उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बहुत चुनौती भरा है। लाइफ ने मुझे डॉक्टर से एक्टिविस्ट बनाया, फिर हिस्ट्रीशीटर बनाया, हिस्ट्रीशीटर से राइटर बनाया और अब पॉलिटिशियन बना दिया। सब योगी जी की कृपा है। मेरा मानना है कि रास्ता आपको खुद चुनना चाहिए, बाकी ऊपर वाले पर छोड़ देना चाहिए।

बता दें कि यूपी में विधान परिषद स्थानीय निकाय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों पर चुनाव होने हैं। इनमें से डॉ. कफील को सपा ने देवरिया क्षेत्र से मैदान में उतारा है। गौरतलब है कि गोरखपुर ऑक्सीजन कांड के बाद से ही डॉक्टर कफील बर्खास्त चल रहे हैं। वहीं जिन 36 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से 33 सीट पर सपा का कब्जा रहा है। वहीं सात सदस्य पार्टी छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं।