पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में रक्षा मंत्री रहे जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार (29 जनवरी, 2019) को 88 साल की उम्र में निधन हो गया। फर्नांडीस अल्जाइमर रोग से पीड़ित थे और हाल में उन्हें स्वाइन फ्लू हो गया था। परिवार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। बता दें कि पोखरण परमाणु परिक्षण के वक्त फर्नांडिस ही देश के रक्षा मंत्री थे। कारगिल युद्ध के वक्त भी देश की रक्षा की कमान उन्हीं के हाथ में थी।
3 जून, 1930 को जन्मे पूर्व रक्षामंत्री 1998 से 2004 तक देश के रक्षामंत्री रहे। एक सांसद के रूप में उनका आखिरी कार्यकाल अगस्त 2009 और जुलाई 2010 के बीच राज्यसभा सांसद के रूप में था। फर्नांडिस के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ”पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ।” उन्होंने कहा, ”दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी एवं निडर थे और हमेशा अपनी विचारधारा पर अडिग रहे। मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा, ‘‘स्पष्टवादी एवं निडर, बेबाक एवं दूरदर्शी नेता, उन्होंने हमारे देश को बहुमूल्य योगदान दिया। वह गरीबों और हाशिए पर मौजूद लागों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले प्रभावी लोगों में से एक थे।’’
मोदी ने कहा, ‘‘जब हम फर्नांडिस के बारे में सोचते हैं, तो हम विशेष रूप से न्याय के लिए लड़ने वाले मजदूर संघ के एक तेजतर्रार नेता को याद करते हैं, एक ऐसा नेता जो चुनाव में ताकतवर नेताओं को झुका सकता था।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एक दूरदर्शी रेल मंत्री और एक महान रक्षा मंत्री जिसने भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाया। अपने कई वर्षों के सार्वजनिक जीवन में वह अपनी विचारधारा पर अडिग रहे। उन्होंने आपातकाल का जोरदार विरोध किया। उनकी सादगी और विनम्रता उल्लेखनीय थी।’’ (भाषा इनपुट सहित)