रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी खुलकर उनके पक्ष में है तो महाराष्ट्र सरकार पुलिस के इस कदम को सही बता रही है। कल अर्नब की जमानत याचिका को बॉम्बे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि जब तक दोनों पक्ष अपने जवाब नहीं दे देते जमानत नहीं दी जा सकती। रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो में रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी ने कहा इन्हें (उद्धव ठाकरे) को अगर दिल्ली में बैठा दें तो ये इमरजेंसी 3.0 लगा देंगे।

बीजेपी ने अर्नब की गिरफ्तारी को इमर्जेंसी 2.0 कहा है। इसके बाद टीवी शो में बख्शी ने कहा, ‘ये केवल अर्नब गोस्वामी की लड़ाई नहीं है, यह केवल रिपब्लिक चैनल की नहीं पूरी रिपब्लिक की लड़ाई है क्योंकि चोट आपकी और मेरी अभिव्यक्ति की आजादी पर चोट की गई है जो कि संविधान हम सबको देता है। किसने इमर्जेंसी 2.0 लगाने की हिमाकत की है? इनको तो केवल एक राज्य की ही सरकार दी गई थी। देखिए कैसे सिर सातवें आसमान पर हैं। इन्होंने हमारे फ्रीडम ऑफ प्रेस को तोड़ने की कोशिश की। उन्होंने भारत को मजाक समझा है, कह रहे हैं क्या उखाड़ लोगे, हम लगा र हे हैं इमर्जेंसी। इन लोगों को दिल्ली में बैठा दीजिए तो इमर्जेंसी 3.0 लगा देंगे।’

मेजर जनरल (रिटायर्ड) बख्सी ने कहा कि हम लोग तो बहुत छोटे हैं। हमें ये लोग परेशान करते हैं। इससे पहले पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा, ‘जो समाने दिख रहा है मामला वह नहीं है। जिस बंद केस में अर्नब को उठाया गया है अगर पुलिस इतनी ऐक्टिव है तो आदर्श घोटाले पर बात करे, 93 के ब्लास्ट में नवाब मलिक की भूमिका पर बात करे, अगर मुकदमे कम हैं तो एनएन बोरा कमिशन की बात करे। मुझे लगता है कि प्रत्यक्ष रूप से यह झगड़ा है कि महाराष्ट्र सरकार का एक अजेंडा है। आज भारत में अगर पालघर में साधुओं की हत्या की बात हो, सनातन की बात हो, राष्ट्रवाद की बात हो तो लोगों से बर्दाश्त नहीं होता है।’

शो में ऐक्टर गजेंद्र चौहान ने कहा, ‘जनता सर्वोपरि है। ऊंची आवाज में वही बात कर सकता है जो सच्चा होता है। अर्नब की पत्रकारिता में वह ताकत है जो रियासत और सियासत दोनों बदल सकती है। आज अर्नब के साथ पूरे देश के लोग खड़े हैं। जो बुरा दिन कल मैंने देखा है। ऐसा ही काला दिन 1975 में था। कानून अपना काम करे लेकिन बदतमीजी करने का अधिकार किसी के पास नहीं है।’