गैंगस्टर से नेता बने पंजाब के जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी की शनिवार को परवाणू (हिमाचल प्रदेश) के टीटीआर होटल के पास गोलीमार कर हत्या कर दी गई। घटना आपसी रंजिश का नतीजा बताई जा रही है। फाजिल्का (पंजाब) से निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ चुका जसविंदर घटना के समय सोलन से चंडीगढ़ की तरफ जा रहा था। उसी दौरान यह हमला हुआ। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया, बाद में उसकी मौत हो गई। घटना के समय जसविंदर के साथ दो सुरक्षाकर्मी भी थे लेकिन वे दूसरी गाड़ी में थे। पुलिस ने भादंसं की धारा 302, 307, 34 और हथियार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। प्राथमिकी परवाणू थाने में दर्ज की गई है। पोस्टमार्टम रविवार को शिमला के आइजीएमसी अस्पताल में किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, रॉकी की गाड़ी (पीबी-04 यू-9091) चालक परमपाल उर्फ पाला चला रहा था। जबकि दूसरी कार (पीबी- 22 एल-5768) बिंदू लेकर आया था। यह चालक और रॉकी का दोस्त था। इस कार में बिंदू के साथ उसके भाई और पंजाब पुलिस के दो पीएसओ रणजीत और मलकीत थे। ये फाजिल्का से चंडीगढ़ संस्कार के लिए आए थे।
संस्कार के बाद 29 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे के करीब सभी सोलन के लिए निकल गए थे। रात सोलन में ठहरने के बाद शनिवार (30 अप्रैल) को सुबह साढ़े आठ बजे के करीब चंडीगढ़ के लिए रवाना हुए थे। सुबह दस बजे के करीब वे परवाणू के टीटीआर होटल के पास पहुंचे तो साइड में दो व्यक्ति खड़े थे। गाड़ी के अंदर बैठे लोग कुछ समझते उससे पहले हमलावरों ने आगे की सीट पर बैठे जसविंदर और उसके चचेरे भाई को निशाना बनाकर गोलियां चला दीं। इसके बाद हमलावर फरार हो गए।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय कुंडू के मुताबिक, चालक ने बयान दिया है कि भागने से पहले हमलावरों ने सात-आठ गोलियां चलाईं। रॉकी के सिर में गोली लगी। गोलीबारी में चालक पाला भी घायल हुआ है। उसने बचाव करते हुए गाड़ी परवाणू की तरफ मोड़ कर भगा ली। वह गाड़ी को परवाणू के ईएसआइ अस्पताल ले गया जहां डॉक्टर ने जसविंदर को मृत घोषित कर दिया। चालक परम पाल उर्फ पाला को प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआइ चंडीगढ़ भेज दिया गया। बताया जाता है कि जसविंदर को फिरोजपुर के गैंगस्टर जयपाल से जान का खतरा था। संदेह है कि हमले के पीछे उसका हाथ है।
उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर यह वारदात अंजाम दी होगी। जसविंदर रॉकी (45) के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, फिरौती जैसेदर्जनों मामले हैं। ज्यादातर में वह बरी हो चुका है। इस समय उसके खिलाफ दो ही मामले लंबित हैं। वर्ष 2012 में उसने फाजिल्का से आजाद उम्मीदवार के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में वह सुरजीत ज्याणी से हार गया था। ज्याणी इस समय पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री हैं। जसविंदर के गैंगस्टर प्रभजिंदर सिंह डिंपा के साथ संबंध थे। उसके खिलाफ 2006 में चंडीगढ़ लेक क्लब पास डिंपा की हत्या का मामला भी दर्ज हुआ था, लेकिन 2014 में वह इस मामले में बरी हो गया था। आपराधिक रेकार्ड के बावजूद रॉकी को विधानसभा चुनाव में 39 हजार वोट मिले थे।

