G20 Summit: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में G20 समिट का आगाज हो चुका है। पीएम मोदी ने प्रगति मैदान के भारत मंडपम में जी-20 के सभी राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों का वेलकम किया। प्रधानमंत्री ने भारत मंडपम में जिस जगह पर स्वागत किया। उसके पीछे एक बड़ा सा चक्र बना हुआ था। जिसका नाम कोणार्क चक्र है। पीएम मोदी ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को कोणार्क चक्र के महत्व के बारे में बताया।
कोणार्क चक्र का महत्व?
ओडिशा के कोणार्क चक्र को 13वीं शताब्दी के दौरान राजा नरसिम्हादेव-प्रथम के शासनकाल में बनाया गया था। कोणार्क चक्र वही है, जो भारत के राष्ट्रीय ध्वज में नजर आता है। 24 तीलियों वाले कोणार्क चक्र को भारत के राष्ट्रीय ध्वज में रूपांतरित किया गया, जो भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प उत्कृष्टता का प्रतीक है। समय हमेशा एक सा नहीं रहता, ये बदला रहता है। कोणार्क चक्र इस समय का ही प्रतीक है, जो कालचक्र के साथ-साथ प्रगति और परिवर्तन को दर्शाता है।
यह चक्र को भारत के लोकतंत्र का एक शक्तिशाली प्रतीक है, जो लोकतांत्रिक आदर्शों के लचीलेपन और समाज में प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भारत शुरुआत से लोकतांत्रिक मूल्यों का पोषक रहा है। भारत मंडपम में कोणार्क चक्र के अलावा नटराज की मूर्ति भी आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा भी भारतीय संस्कृति और कला को भारत मंडपम में दिखाया गया है।
‘उम्मीद और विश्वास का नया नाम- भारत’
वहीं जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन भाषण दिया। इस दौरान उनके आगे रखी नेपप्लेट पर भारत लिखा था। बता दें, इन दिनों देश में इंडिया बनाम भारत को लेकर बहस चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इंडिया का नाम बदलकर भारत किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने लिखा, “उम्मीद और विश्वास का नया नाम- भारत।”
बता दें, किसी देश की आधिकारिक बैठक होती है तो उसके प्रतिनिधि के सामने नेमप्लेट पर उस देश का नाम भी लिखा होता है, जिससे पता चलता है कि बैठक में मौजूद व्यक्ति इस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक में पीएम मोदी के सामने रखी नेमप्लेट पर इंडिया की जगह अंग्रेजी में BHARAT लिखा हुआ दिखा। ऐसे में फिर से इस चर्चा को हवा मिल गई कि जो देश का नाम बदलने की सुगबुगाहट थी कहीं वो सच तो नहीं। हालांकि अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।