भारत ने जिस जी20 समिट के लिए कई महीनों से तैयारी की है, उसकी घड़ी अब आ गई है। 20 मुलकों के नेता राजधानी दिल्ली में दस्तक देने जा रहे हैं। कुल 23 होटलों में इन नेताओं के रहने का इंतजाम पहले ही कर दिया गया है, खास व्यंजनों से मेहमान नवाजी भी होने वाली है। अब देश इस एक समिट के लिए इतनी मेहनत इसलिए कर रहा है क्योंकि 1980 के बाद ये पहला मौका है जब इतने सारे मुल्कों के नेता यहां आ रहे हों।
सुरक्षा की कैसी तैयारी?
अब देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती तमाम नेताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करना था। लेकिन जिस स्तर पर तैयारी की गई है, जिस तरह से हर संभावित खतरे को समझा गया है, शायद पहली बार दिल्ली को इस तरह से छावनी में बदला गया है। बड़ी बात ये है कि होटल में हथियारों का एक अलग गोदाम भी पहले ही बना दिया गया है। अगर कोई भी हमला होता है तो उस स्थिति में सुरक्षाबलों के पास किसी भी सूरत में अत्याधुनिक हथियारों की कमी नहीं रहेगी।
प्रगति मैदान में खास तैयारी
वहीं जिस प्रगति मैदान में इस कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है, वहां पर और भी ज्यादा सख्त पहरा देखने को मिल रहा है। सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके को ही 9 फ्लाइंग जोन में बांट दिया गया है, वहां भी एंटी ड्रोन सिस्टम से चौकसी रखी जाएगी। इसके अलावा परमाणु हमले से भी बचाने के लिए कई लेवल पर तैयारी कर ली गई है। वैसे ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत की एजेंसियां ही सुरक्षा का जिम्मा लेकर बैठी हैं। विदेशी मेहमान आ रहे हैं, ऐसे में कई देशों की इंटेलिजेंस भी भारत के साथ लगातार कॉर्डिनेट कर रही हैं।
दूसरे देश की कौन सी एजेंसियां?
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन की एमआई6, रूस की केजेबी, अमेरिका की सीआईए और इजरायल की मोसाद जैसी एजेंसियां भी राजधानी दिल्ली में पहरा दे रही हैं। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही की कोई गुंजाइश दिखाई नहीं देती। अगर इन एजेंसियों की नजर से कुछ छूट भी जाए तो भारत सरकार ने एक बहुत बड़ी पैरामिलिट्री फोर्स, एनएसजी, सीआरपीएफ की फौज भी खड़ी कर रखी है।
बाइडेन का क्या कार्यक्रम?
अब सुरक्षा तो तगड़ी है ही, नेताओं का काफिला भी बहुत बड़ा रहने वाला है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए तो अलग ही स्तर पर तैयारियां की गई हैं। असल में जो बाइडेन सिर्फ जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए नहीं आ रहे हैं, उनकी तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्विपक्षीय बातचीत भी होगी। ये बातचीत आज होने जा रही है जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा होनी है, कई अहम प्रस्तावों को हरी झंडी दिखानी है। वैसे यहां ये समझना जरूरी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा बेहद खास रहती है। इतनी खास कि एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति इस इवेंट के लिए आईटीसी मौर्य में ठहरने वाले हैं, वहीं ब्रिटेन पीएम ऋषि सुनक को होटल शांगरी लाल में रखा जाएगा। इसी तरह कनाडा पीएम ललित होटल की शोभा बढ़ाते दिख जाएंगे। इसके अलावा भी कई देशों के नेताओं को व्लैरिजेस होटल, इंपीरियल में रुकने को कहा गया है। अब ये सभी नेता साथ आकर दुनिया के कई अहम मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं, कई समझौते भी हो सकते हैं।