7 सितंबर को G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए 19 देशों, यूरोपीय संघ और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के राष्ट्राध्यक्ष नई दिल्ली आ रहे हैं। ऐसे में अतिथियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में 8-10 सितंबर तक स्कूल, कॉलेज और ऑफिस बंद रहेंगे, साथ ही ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू रहेगा। सुरक्षा एजेंसियां इस सवाल से भी जूझ रही हैं कि प्रत्येक अतिथि देश के लिए कारकेड के हिस्से के रूप में कितने वाहन हो सकते हैं?
इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, जहां अमेरिका ने अपनी 75-80 गाड़ियां लाने का प्रस्ताव रखा था, वहीं चीन ने कहा कि वह 46 गाड़ियां लाएगा। सूत्रों ने कहा कि इन दोनों देशों के अलावा, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोपीय संघ और फ्रांस के प्रतिनिधि अपनी कारें लाने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिका और चीन के वाहनों की संख्या में कटौती
सूत्रों ने कहा कि इन काफिलों के कारण होने वाली दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली पुलिस ने प्रस्ताव दिया है कि अमेरिका और चीन वाहनों की संख्या में कटौती करें, जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने अतिथि देशों को इसकी सूचना दी।
सूत्रों ने कहा कि कई चर्चाओं के बाद, अमेरिका 60 वाहनों पर सहमत हुआ जबकि चीन के साथ चर्चा अभी भी जारी है। दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधि ने बैठक में बताया कि उन्होंने सुरक्षा के साथ-साथ यातायात की सभी व्यवस्थाएं की हैं, लेकिन देशों को गाड़ियों की संख्या में कटौती करनी चाहिए – अमेरिका को 75-80 वाहनों में से 25 और चीन को लगभग 20 वाहन कम करने चाहिए।
G20 से पहले VVIP के लिए तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए कुछ दिन पहले आयोजित एक बैठक में कारकेड मुद्दे पर चर्चा की गई थी। विदेश मंत्रालय के प्रोटोकॉल प्रमुख की अध्यक्षता में हुई बैठक में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, खुफिया ब्यूरो और अन्य हितधारकों के अधिकारियों ने भाग लिया।
दिल्ली-एनसीआर में 16 होटलों में रहेंगे प्रतिनिधि
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा और अन्य लॉजिस्टिक विचारों के आधार पर, विदेश मंत्रालय ने G20 शिखर सम्मेलन के प्रतिनिधियों को ठहराने के लिए दिल्ली-एनसीआर में 16 होटलों की पहचान की है। दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक यूनिट ने दिल्ली में आगामी G20 शिखर सम्मेलन के लिए फुल ड्रेस कारकेड रिहर्सल का आयोजन किया