एफटीआईआई के अध्यक्ष के तौर पर टीवी अभिनेता एवं भाजपा सदस्य गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में हड़ताल कर रहे छात्रों ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संस्थान में पिछले 71 दिन से जारी संकट का हल निकालने के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की।
एफटीआईआई स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एफएसए) के प्रतिनिधि विकास उर्स ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री को एफटीआईआई का दौरा करना चाहिए। देश के सभी छात्र उनकी समस्याओं के प्रति सरकार की अंसवेदनशीलता के कारण खतरा महसूस कर रहे हैं। यदि यह जारी रहा तो छात्रों को और मजबूती से हड़ताल करनी चाहिए।’
गौरतलब कि संस्थान के निदेशक प्रशांत पाथराबे को उनके चैंबर में रोके रखने के बाद दंगा करने के आरोपों में उर्स समेत पांच छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद सरकार ने गतिरोध समाप्त करने के लिए सूचना एवं प्रसारण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल गठित किया । पुणे की एक अदालत ने छात्रों को कल जमानत पर रिहा कर दिया था।
हड़ताल कर रहे एक छात्र ने कहा, ‘हम यह देखने के लिए काफी उत्सुक हैं कि वे किस एजेंडे के साथ आएंगे। हमें कोई अंदाजा नहीं है। छात्रों के निकाय को यह नहीं बताया गया है कि प्रतिनिधिमंडल आ रहा है।… हमें यह सब मीडिया से पता चल रहा है। हमें अब भी उपयोगी वार्ता की उम्मीद है।’