केंद्र सरकार ने बुधवार से शुरू हो रहे 12 से 14 साल के बच्चों के कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किए। सरकार ने स्पष्ट किया कि इस आयु वर्ग के बच्चों को केवल कोरबेवैक्स टीका लगाया जाएगा। सोमवार को केंद्र सरकार ने एक पत्र जारी कर सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से भी ये दिशानिर्देश साझा किए।
दिशानिर्देशों के मुताबिक 12 से 14 साल के बच्चों को ‘बायोलाजिकल-ई’ द्वारा विकसित कोरबेवैक्स टीके की दो खुराकें 28 दिनों के अंतराल पर दी जाएंगी।पत्र में कहा गया है कि 12 से 14 साल के बच्चों का कोरोनारोधी टीकाकरण 16 मार्च से शुरू होगा और 12 से 13 और 13 से 14 वर्ष के सभी लाभार्थियों के टीकाकरण में केवल कोरबेवैक्स टीके का इस्तेमाल किया जाएगा। 14 से 15 साल के बच्चों को 15 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के टीकाकरण के दौरान पहले ही टीके लगाए जा चुके हैं। इसमें कहा गया है कि 2010 या उससे पहले पैदा हुए सभी बच्चे, जिनकी उम्र 12 साल हो चुकी है, कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे।
दिशानिर्देशों के मुताबिक 12 से 14 साल के बच्चों के लिए कोरबेवैक्स से कोरोनारोधी टीकाकरण की तिथि केवल कोविन पोर्टल के माध्यम से बुक की जा सकेगी। टीका लगाने वाले को सुनिश्चित करना होगा कि यह केवल उन्हीं बच्चों को दिया जा रहा है, जिन्होंने टीकाकरण की तिथि पर 12 साल की उम्र पूरी कर ली है और यदि कोई बच्चा पंजीकृत है, लेकिन 12 वर्ष की आयु तक नहीं पहुंचा है तो उसका टीकाकरण न किया जाए। दिशानिर्देशों के अनुसार पंजीकरण निर्धारित स्वरूप में टीकाकरण केंद्रों पर जाकर भी कराया जा सकता है और टीकाकराण की तिथि आनलाइन और आफलाइन, दोनों ही माध्यमों से बुक कराई जा सकती है।
60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी एहतियाती खुराक : दिशानिर्देशों में कहा गया है कि 60 साल और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को अब एहतियाती खुराक दी जा सकेगी और यह खुराक दूसरी खुराक लगाए जाने की तारीख से नौ महीने यानी 39 हफ्ते पूरे होने के बाद प्राथमिकता और अनुक्रमण के आधार पर लगाई जाएगी। दिशानिर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि एहतियाती खुराक में उसी टीके का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जो प्राथमिक टीकाकरण में लगाया गया था।