Bengal Politics: बंगाल फिल्म इंडस्ट्री एक दशक से ज्यादा समय पहले ममता बनर्जी के सत्ता में आने के बाद से उनका काफी बड़ा समर्थक रहा है और हाल ही में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दिखाया कि टॉलीवुड पर उनकी पकड़ अभी भी बनी हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में डायरेक्टर राहुल मुखर्जी की शूटिंग के बहिष्कार को लेकर डायरेक्टरों और टेक्नीशियनों के बीच विवाद को लेकर भी दखलअंदाजी की थी।
30 जुलाई को एक्टर प्रोसेनजीत चटर्जी और देव ने फिल्ममेकर गौतम घोष के साथ बनर्जी से मुलाकात की थी। स्टूडियो भी बंद रहे और टेक्नीशियनों के द्वारा डायरेक्टिंग एक फिल्म पर काम करने से इनकार करने के बाद कई शूटिंग के प्रोजेक्ट रुके रहे। डायरेक्टर इस समय फेडरेशन ऑफ सिने टेक्नीशियन वर्कर्स ऑफ ईस्टर्न इंडिया के तीन महीने के बैन का सामना कर रहे हैं। इन पर पिछले प्रोजेक्ट पर बांग्लादेशी टेक्नीशियनों को चुनकर नियमों का उल्लघंन करने का आरोप है।
पिछले शनिवार को विवाद उस समय और ज्यादा बढ़ गया जब मुखर्जी की नई फिल्म के सेट से टेक्नीशियन चले गए। इसके बाद दूसरे सभी डायरेक्टरों ने एकसाथ आते हुए काम करना बंद कर दिया। इंडस्ट्रियल जगत में काफी मतभेद बना रहा। इसमें प्रोसेनजीत और अनिरबन भट्टाचार्य जैसे लोगों ने बनर्जी का समर्थन किया। वहीं कुछ टेक्नीशियन अपने रुख पर ही अड़े रहे। हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गजों और सीएम के बीच मीटिंग के तुरंत बाद विवाद सुलझ गया और बुधवार को टॉलीगंज के स्टूडियो में शूटिंग फिर से शुरू हो गई।
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टीएमसी सांसदों ने ममता बनर्जी का आभार व्यक्त किया
टीएमसी के सांसद चटर्जी और देव तृणमूल कांग्रेस के सांसद है। इन दोनों ने ममता बनर्जी के लिए आभार जताया। बनर्जी और उनकी पार्टी ने कई बार फिल्मी सितारों को विधायक बनाकर बंगाली फिल्म इंडस्ट्री पर काफी असर डाला है और कई फिल्मी हस्तियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। सूत्रों ने कहा कि बनर्जी अच्छी तरह जानती हैं कि फेमस हस्तियों से घिरे रहने से उनकी पार्टी को आसानी से वोट मिलते हैं।
टीएमसी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि देश भर में मशहूर हस्तियों के राजनीतिक दलों में एंट्री होने और सक्रिय राजनीति में शामिल होने का चलन रहा है। यह कोई अलग नहीं है। ममता बनर्जी फिल्मी हस्तियों के बारे में काफी चिंता करती हैं और इस इंडस्ट्री को आगे बढ़ाना चाहती हैं। बंगाली फिल्म और टीवी सितारे राज्य के काफी सारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छाए ही रहते हैं। ममता बनर्जी इन सबको बढ़ावा देती हैं और उन्हें अपनी पार्टी की बैठकों और रैलियों में बुलाती हैं।
टीवी शो दीदी नंबर 1 में नजर आईं ममता बनर्जी
इस साल के लोकसभा इलेक्शन से पहले बनर्जी अपने आउटरीच कार्यक्रम के तहत फेमस बंगाली टीवी शो दीदी नंबर 1 में नजर आईं। इसकी होस्ट रचना बनर्जी हुगली से मौजूदा टीएमसी सांसद हैं। सिर्फ रचना या देव ही नहीं, ममता ने पिछले कुछ सालों में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सीटें जीतने के लिए एक्टर और एक्ट्रेस को चुना है। इनमें तापस पाल, शताब्दी रॉय, देबाश्री रॉय, मुनमुन सेन और चिरंजीत जैसे एक्टर से लेकर देव, मिमी चक्रवर्ती, नुसरत जहां और सिंगर अदिति मुंशी जैसे लोग शामिल हैं।
कई सारे एक्टर और एक्ट्रेस टीएमसी में शामिल हुए
हाल के सालों में यह काम जारी ही रहा है। इसमें डायरेक्टर राज चक्रवर्ती, एक्टर सोहम चक्रवर्ती, सायंतिका बनर्जी, सायोनी घोष, जून मलैया और कंचन मलिक जैसी कई हस्तियां पार्टी में शामिल हुईं और चुनावों में जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी से शत्रुघ्न सिन्हा और बाबुल सुप्रियो जैसे दिग्गजों को पार्टी में शामिल करने का तो जिक्र ही नहीं किया गया।
राजनीतिक पदों के अलावा टीएमसी सरकार ने उन नामों को भी सम्मानित किया है जो उनके करीब हैं। 2012 से ममता सरकार बंगाली फिल्म और टेलीविजन हस्तियों को सिनेमा में अच्छे योगदान के लिए महानायक सम्मान और दूसरे पुरस्कार देती हैं। इस साल मुख्यमंत्री ने बंगाली रचना बनर्जी और सिंगर नचिकेता चक्रवर्ती को महानायक सम्मान से सम्मानित किया। पिछले चार दशकों में बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में प्रोसेनजीत चटर्जी को भी पुरस्कार दिया गया है।