कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच राहत की खबर है कि दिल्ली में संक्रमण से लगातार हो रही मौतों का आंकड़ा गिर रहा है। मार्च माह में ऐसी राहत दर्ज की गई थी जबकि मई में यह अपने सबसे उच्चतम स्तर तक जा पहुंचा था।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी की गई कोरोना रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में संक्रमण के 115 नए मामले सामने आए हैं और इस बीमारी की वजह से चार मरीजों की मौत हुई है। मामले कम होने की वजह से अब सक्रिय मामले गिरकर 1680 हो गए हैं और 503 मरीज ऐसे भी हैं जिनका इलाज घर में एकांतवास में किया जा रहा है। इस समय अस्पाल में 1044,कोरोना देखभाल केंद्र में 12 और 6 मरीज कोरोना स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस समय दिल्ली के अंदर 1,245 निषिद्ध क्षेत्र हैं। दिल्ली में अब तक 14,35,590 मरीजों को यह संक्रमण हुआ है और 24,952 मरीजों की इस बीमारी से मौत हुई है। अबतक की कुल संक्रमण दर 6.78 व मृत्युदर 1.74 फीसद दर्ज की गई है।

 गुरुवार को सबसे अधिक लगे टीके : आतिशी 
आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली में अब तक सबसे ज्यादा 24 जून को 1,56,636 लोगों को कोरोना रोधी टीका लगा है। इनमें से सवा लाख से अधिक टीके युवाओं को लगाए गए हैं। अभी तक दिल्ली में 69.50 लाख लोगों को यह टीका लग चुका है। यहां 16.45 लाख से ज्यादा लोगों को दोनों टीके लग चुके हैं।

उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोवैक्सीन की 1.20 लाख और कोविशील्ड के 7.70 लाख टीके उपलब्ध हैं। कोवैक्सीन का दूसरी खुराक लगाने के लिए 13 दिन और कोविशील्ड का 5 दिन का भंडार उपलब्ध है। दिल्ली के सभी टीकाकरण केंद्रों की सूची दिल्ली फाइट्स कोरोना ऐप पर उपलब्ध है। कोविन ऐप और सीधे केंद्र पर जाकर टीका लगवा सकते हैं।

संक्रमण से बचाव के लिए 10 हजार ऑटो में किया गया सुरक्षा का इंतजाम
कोरोना संक्रमण से सवारी और चालकों को सुरक्षित रखने के लिए राजधानी के 10 हजार ऑटो-रिक्शा में सुरक्षा स्क्रीन लगाई जाएगी। शुक्रवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस योजना की शुरुआत की। इस मौके पर सुरक्षा स्क्रीन का मुफ्त वितरण किया गया। दिल्ली परिवहन विभाग, उबर इंडिया के सहयोग से बुराड़ी परिवहन प्राधिकरण के परिसर में 10,000 ऑटो में सुरक्षा स्क्रीन लगा रहा है। इस पहल के तहत सभी ऑटो में सुरक्षा स्क्रीन, पहले आओ- पहले पाओ के आधार पर मुफ्त में लगाई जाएंगी।

कैलाश गहलोत ने कहा कि बंद के बाद दिल्ली जिस तरह फिर से खुल रही है, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि दिल्लीवासी बाहर निकलते समय सुरक्षित महसूस करें। ऑटो इस शहर की जीवन रेखा है, महामारी के दौरान भी ऑटो चालकों ने लोगों की मदद करने में अग्रिम भूमिका निभाई। इनके योगदान को ध्यान में रखते हुए हमने दिल्ली में सभी ऑटो चालकों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की है।

उबर (भारत और दक्षिण एशिया के सार्वजनिक नीति प्रमुख) राजीव अग्रवाल ने कहा कि उबर के लिए, सुरक्षा सबसे पहले आती है और हमें लगता है कि एक सुरक्षित यात्रा व्यवस्था मुहैय्या कराने से लोगों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होगी और लोग सुरक्षित यात्रा कर पाएंगे।