पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से इस्तीफा देने के करीब डेढ़ महीने बाद केंद्र सरकार से एक बंगला आवंटित किए जाने की मांग की है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि पूर्व उपराष्ट्रपति ने आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय को पत्र लिखकर उन्हें ‘उपयुक्त’ सरकारी आवास उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।
पूर्व उपराष्ट्रपति पिछले सप्ताह वीपी एन्क्लेव से दक्षिण दिल्ली के छतरपुर इलाके में स्थित एक निजी फार्महाउस में शिफ्ट हुए थे। यह फार्महाउस इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के नेता अभय चौटाला का है।
सूत्रों के अनुसार, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने अभी तक पूर्व उपराष्ट्रपति को कोई बंगला आवंटित नहीं किया है और इस मामले में जल्द ही फैसला लिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि लुटियन्स दिल्ली स्थित एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर 34 नंबर का टाइप-आठ बंगला तैयार है और इसे पूर्व उपराष्ट्रपति को आवंटित किया जा सकता है लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि यदि धनखड़ मना कर देते हैं तो मंत्रालय उन्हें दूसरा आवास उपलब्ध करा सकता है। धनखड़ ने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके अचानक इस्तीफे ने सभी को चौंका दिया था।
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धनखड़ और चौटाला परिवार के 40 साल पुराने संबंध हैं। धनखड़ पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल को अपना गुरु मानते थे। 1989 के लोकसभा चुनावों में देवीलाल ने धनखड़ को झुंझुनू लोकसभा सीट से जनता दल का टिकट दिया और उनके लिए प्रचार भी किया। चुनाव के बाद जनता दल की सरकार में देवीलाल उप प्रधानमंत्री बने तो धनखड़ को केंद्रीय राज्य मंत्री (संसदीय कार्य) बनाया गया था।
धनखड़ के उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद अभय चौटाला ने इसे षड्यंत्र बताया और दावा किया कि धनखड़ को पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था।
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