भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली की पूर्व मेयर सरिता चौधरी और उनके पति आजाद सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया। दोनों नेताओं के निष्कासन पर जारी अलग-अलग बयान में कहा गया, “आपको दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के निर्देश पर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है।” सरिता चौधरी के पति आजाद सिंह को उनकी पत्नी को थप्पड़ मारने का एक कथित वीडियो सामने आने के बाद उन्हें जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। गौरतलब है कि एक हफ्ते बाद सरिता चौधरी को दिल्ली में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ ’अभियान के संयोजक के पद से भी निलंबित कर दिया गया था।

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने उस समय कहा था कि पार्टी के सामने वीडियो लाने के बाद कार्रवाई की गई थी जिसमें सरिता चौधरी को कथित रूप से अपने पति को थप्पड़ मारते देखा जा सकता है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कथित वीडियो भाजपा के पंडित पंत मार्ग कार्यालय में हिंसा की घटना की जांच के लिए बनाई गई समिति द्वारा पाए गए, जिसके बाद दोनों को निष्कासित करने का निर्णय लिया गया।

बीजेपी कार्यालय में सरिता चौधरी को थप्पड़ मारने वाला वीडियो वायरल होने के बाद दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ‘आम आदमी पार्टी’ (AAP) ने निशाने पर ले लिया। पार्टी की प्रवक्ता आतिशी ने तंज कसते हुए घटना की निंदा की और बीजेपी को महिला-विरोधी पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा था कि यदि बीजेपी प्रदेश कार्यालय में महिला नेता सुरक्षित नहीं है तो आम बीजेपी आम महिलाओं की सुरक्षा कैसे करेगी।

दरअसल, यह पूरा विवाद दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यालय में हुआ। 19 सितंबर को दक्षिणी दिल्ली की पूर्व मेयर सरिता चौधरी का उनके पति आजाद सिंह के साथ मारपीट का एक वीडियो सामने आया। कार्यालय में दोनों के बीच नोक-झोक इस कदर बढ़ गई कि बात मारपीट तक पहुंच गई थी। तकरार किस बात को लेकर था, यह स्पष्ट नहीं हो पाया था। हालांकि, बीजेपी ने इस घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उस दौरान दोनों को उनके पदों से हटा दिया था। बाद में अब इन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया गया है।