पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने एक बयान में कहा है कि ‘प्रधानमंत्री को हमेशा इस बात का ख्याल रहना चाहिए कि उनके शब्दों का कितना असर होगा।’ माना जा रहा है कि पूर्व पीएम ने ये बात पीएम मोदी के उस बयान को लेकर कही है, जिसमें उन्होंने सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा था कि ‘भारतीय सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की है और ना ही किसी चौकी पर कब्जा किया है।’
मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार को इस मौके पर मजबूती के साथ खड़ा होना चाहिए ताकि शहीद जवानों को, जिन्होंने अपनी जमीन की रक्षा के लिए बलिदान दिया, न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे कम कुछ भी लोगों के प्रति विश्वासघात होगा।
सिंह ने कहा कि “इस वक्त हम इतिहास के ऐसे दोराहे पर खड़े हैं, जहां सरकार के फैसले और एक्शन का इतना गंभीर असर होगा, जिसके आधार पर हमारी भावी पीढ़ियां हमें आंकेंगी। हमारे लोकतंत्र में पीएमओ के पास वह जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री को हमेशा अपने शब्दों के असर के बारे में पता होना चाहिए।”
पूर्व पीएम ने सोमवार को देशवासियों से चीन के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सरकार पर निशाना साधते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि हम सरकार को यह याद दिलाना चाहते हैं कि गलत जानकारी कभी भी कूटनीति या मजबूत नेतृत्व की जगह नहीं ले सकती। सच्चाई को गलत बयानबाजी से दबाया नहीं जा सकता।
बता दें कि पीएम मोदी द्वारा किसी के भी भारतीय सीमा में घुसपैठ की बात से साफ इंकार के बाद से वह विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं। राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेता सवाल उठा चुके हैं कि यदि भारतीय सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई है तो बीती 15 जून को हमारे 20 जवान कैसे शहीद हो गए और वह किसकी जमीन पर शहीद हुए?
