2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व उत्तरप्रदेश जैसे बड़े राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने में लगा हुआ है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को एनडीए में शामिल करने के बाद अब यूपी में बीजेपी पूर्वांचल के बड़े नेता दारा सिंह चौहान को भी अपने साथ लाने में सफल रही है। सोमवार दोपहर 12 बजे दारा सिंह राज्य के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए। हाल ही में दारा सिंह चौहान ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने घोसी विधायक पद से इस्तीफा दे दिए थे। दारा सिंह चौहान के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा भी चल रही है।

कौन हैं दारा सिंह चौहान?

पूर्वांचल के बड़े नेता और पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान समाजवादी पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दे चुके हैं। दारा सिंह चौहान अपने समाज के वरिष्ठ नेता है और उनकी पकड़ मऊ के साथ आसपास के 20 जिलों में है। दारा सिंह चौहान ने अपना राजनैतिक सफर साल 1996 में शुरू किया। बहुजन समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया। साल 2000 में बसपा ने फिर से उनको राज्यसभा भेजा।

2009 में उन्होंने बसपा के टिकट पर घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। साल 2015 में दारा सिंह चौहान बीजेपी में शामिल हुए। 2017 वह यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़े और जीत दर्ज की। उन्हें योगी सरकार में मंत्री बनाया गया। 2022 में चुनाव से ठीक पहले वह बीजेपी का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। उन्होंने सपा के टिकट पर 2022 का चुनाव घोसी विधानसभा से लड़ा और जीत दर्ज की।

दारा सिंह चौहान का अब क्या होगा?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दारा सिंह चौहान को तीन विकल्प दिए गए हैं। पहला विकल्प है कि उन्हें योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री बनाया जा सकता है और खाली हुई घोसी विधानसभा सीट पर वह फिर से उप चुनाव लड़ सकते है। वहीं दूसरा विकल्प के रूप में उनको दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रूप से लाया जा सकता है और मोदी सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है और 2024 लोकसभा चुनाव में उनको बीजेपी के टिकट पर घोसी से चुनाव लड़वाने की उम्मीद है। वहीं तीसरे विकल्प के रूप में उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है।