क्या कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा के बीच सब कुछ ठीक चल रहा है? हालिया घटनाक्रम की वजह से इस बात को लेकर अटकलबाजी शुरू हो गई है। इस हफ्ते की शुरुआत में नूह में हुई राहुल गांधी की रैली में हुड्डा नहीं आए थे। वह राज्य में किसी दूसरी जगह प्रचार करने में व्यस्त थे।

हालांकि, उन्हें महेंद्रगढ़ में आयोजित कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की रैली में शामिल होना था। वह सोनिया के साथ कार्यक्रम में संबोधित करने वाले थे। इसके लिए वह सोनीपत से महेंद्रगढ़ की उड़ान भरने वाले थे।  हालांकि, तभी कहानी में टि्वस्ट आ गया। सोनिया गांधी ने नहीं जाने का फैसला किया। उधर, जैसे ही यह बात साफ हुई कि राहुल गांधी इस रैली को संबोधित करेंगे, हुड्डा ने भी अपनी योजना बदल दी और महेंद्रगढ़ नहीं गए।

इस बात से ही अटकलबाजी शुरू हो गई कि क्या राहुल और हुड्डा के बीच सब कुछ सामान्य नहीं है? बता दें कि महेंद्रगढ़ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने बताया कि सोनिया को वायरल फीवर था, जिसकी वजह से वह नहीं आईं। हालांकि, द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फडेंशियल के मुताबिक, पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि सोनिया इस बात से नाराज थीं कि कैसे भ्रष्टाचार के दागी कांग्रेस प्रत्याशी को पार्टी ने टिकट दे दिया?  पार्टी के कुछ नेता सोनिया के महेंद्रगढ़ न जाने को कांग्रेस प्रत्याशी दान सिंह राव और उनके बेटे पर लगे आरोपों से जोड़कर देख रहे हैं।

हालांकि, इससे एक सवाल यह भी खड़ा हो गया है कि अगर सोनिया ने इस वजह से यह फैसला लिया तो आखिर क्यों राहुल गांधी ने कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करने का फैसला किया? कुछ कांग्रेस नेताओं ने यहां तक दावा किया कि सोनिया ने सीनियर नेताओं से पूछा कि कैसे एक दागी शख्स को पार्टी ने टिकट दे दिया?  उधर, राहुल गांधी ने महेंद्रगढ़ में आयोजित चुनावी रैली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बड़ा हमला बोला और आरोप लगाया कि मोदी को अर्थव्यवस्था की कोई समझ  नहीं है।

राहुल गांधी ने यह भी कहा कि इस सरकार की नीतियों के कारण आज दुनिया भर में भारत का मजाक बनाया जा रहा है। राहुल ने दावा किया, ‘‘देश की हालत आपके सामने है, आपसे कुछ छिपाया नहीं जा सकता। 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज देश में हैं। आप किसी भी प्रदेश में युवाओं से पूछिए कि क्या करते हो तो वे कहते हैं कुछ नहीं। छोटे और मझोले कारोबारियों से पूछिए कि आपका काम कैसे चला रहा है तो वो कहेंगे नोटबंदी, नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स ने हमें बर्बाद कर दिया।’’  (एजेंसी इनपुट्स के साथ)