माओवादियों से कनेक्शन होने के मामले को लेकर आंशिक रूप से लकवाग्रस्त प्रोफेसर जीएन साईबाबा फिलहाल नागपुर की जेल में बंद हैं। वहां उन्हें किताबें, खत और दवाइयां नहीं मिल रही हैं। इन बुनियादी चीजों से महरूम रहने पर उन्होंने जेल प्रशासन को चेताया है कि अगर उन्हें ये चीजें नहीं मुहैया कराई गईं, तब वे जेल के भीतर ही भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के पूर्व प्रोफेसर ने कहा है कि 21 अक्टूबर से यह हड़ताल करेंगे।