Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान जारी है। इसी कड़ी में भारत के पूर्व सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ ने भी अपना वोट डाला। मतदान करने के बाद चंद्रचूड़ ने मीडिया से भी बात की। पूर्व सीजेआई ने कहा मुझे लगता है कि हमारा लोकतंत्र असाधारण रूप से परिपक्व है और लोग अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति सजग हैं। वे जानते हैं कि उन्हें किस तरह अपना वोट डालना है।
चंद्रचूड़ ने कहा कि ईवीएम की वैधता को लेकर उठ रहे सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार ईवीएम की वैधता को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट संवैधानिक क्षेत्र में निर्णय लेने वाली अंतिम आवाज़ है, जिसने ईवीएम की वैधता की पुष्टि की है, और मुझे लगता है कि हमें इसे स्वीकार करना चाहिए, यह सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला है।
युवा मतदातओं से अपील करते हुए चंद्रचूड़ ने कहा कि युवा मतदाताओं को मेरा संदेश है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें। यह प्रत्येक नागरिक के जीवन में एक असाधारण महत्वपूर्ण पल है। हमारा संविधान उन कुछ संविधानों में से एक है, जिसने मतदान की आयु प्राप्त करने वाले प्रत्येक नागरिक को अपने जन्म के समय ही वोट देने का अधिकार दिया।
बता दें, रिटायर होने से पहवे चंद्रचूड़ काफी सुर्खियों में आ गए थे। वजह थी अपने घर में गणेश पूजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करना। हालांकि, पीएम मोदी गणेश पूजा में शामिल भी हुए थे। जिसकी तस्वीर उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर भी शेयर की थीं। जिसके बाद चंद्रचूड़ विपक्ष के निशाने पर आ गए थे।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ के एक कार्यक्रम में इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री उनके घर पर एक निजी इवेंट में आए थे। ये कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं था। उन्होंने कहा था कि मेरा मानना है कि इस मुलाक़ात में कुछ भी ग़लत नहीं है क्योंकि ये न्यायपालिका और कार्यपालिका बीच सामान्य मुलाक़ात है, भले ही ये सामाजिक स्तर पर क्यों न हो।
प्रधानमंत्री से अपने घर में मुलाक़ात के सवाल पर चंद्रचूड़ ने कहा था कि अदालत के कामों के लिए न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच बातचीत एक सामान्य अनिवार्यता है। उन्होंने कहा था कि लोगों को ये समझना चाहिए सौदे (समझौते) इस तरह नहीं होते। इसलिए प्लीज, हमारा भरोसा कीजिए। हम वहां सौदा करने लिए नहीं थे।
जस्टिस चंद्रचूड़ से पूछा गया कि प्रधानमंत्री के साथ उनकी जो तस्वीरें आईं उसमें वो क्या दूसरे जजों या विपक्ष के नेताओं को शामिल करना पसंद करते। इस पर उन्होंने कहा था कि तब ये एक सेलेक्शन कमिटी की तरह लगता। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज़ में इसका जबाव देते हुए कहा था कि मैं विपक्ष के नेता को शामिल नहीं करता क्योंकि ये कोई केंद्रीय सतर्कता आयुक्त या सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए सेलेक्शन कमिटी की बैठक नहीं थी। बात दें,डीवीआई चंद्रचूड़ देश के चीफ जस्टिस के पद से 10 नवंबर को रिटायर हुए थे। वो भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश थे। उनके बाद जस्टिस संजीव खन्ना देश के सीजेआई हैं।
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