BJP Leader Targeted Indian Government On Claim Of Withdrawal Of Army: भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर मोदी सरकार के दावे पर सवाल उठाया है। उन्होंने एक ट्वीट करके कहा, “मोदी सरकार के हवाले से भारतीय मीडिया में आई खबरों पर चीनी हंस रहे हैं कि भारत और चीन एलएसी के दोनों ओर खाली कर दिए हैं। सच्चाई: चीन भारतीय जमीन से हट गया है और भारत भारतीय जमीन से हट गया है। इस प्रकार, चीन का दावा है: “जो मेरा है वह मेरा है और जो तुम्हारा है वह भी मेरा है।” हालांकि भाजपा सांसद के ट्वीट पर कई लोगों ने उनसे ही सवाल पूछा है कि आप बताना क्या चाहते हैं।
हाल ही में खबर आई थी कि भारतीय और चीनी सैनिकों ने गोगरा-हॉट स्प्रिंग पेट्रोलिंग पाइंट 15 (PP-15) के क्षेत्र से पीछे हटना शुरू कर दिया है। 8 सितंबर को भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16वें दौर में बनी सहमति के बाद यह कदम उठाया गया है।
ट्विटर पर इसको लेकर कई लोग कमेंट किए है। ऑफिस ऑफ अनिल कुमार दीक्षित नाम के एक यूजर ने लिखा, “चीन 1962 से भारतीय भूमि पर है, जब पंडित नेहरू युद्ध हार गए और हमारे क्षेत्र को सौंप दिया था। युद्धविराम रेखा वास्तविक नियंत्रण रेखा है।”
सुमित कोचर_वीएचएस नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह भारतीय सेना के लिए भी बहुत अपमानजनक है क्योंकि मोदी सरकार ने पीएलए को वापस लौटने के लिए मजबूर किए बिना कैलाश हाइट्स को खाली कर दिया है, विशेषज्ञों की सलाह के खिलाफ शी जिनपिंग से बातचीत के आश्वासन पर भारतीय क्षेत्र में अपनी सभी भूमि उसने हड़प ली है। विरोध का स्तर बढ़ाने का वक्त आ गया है।”
ट्विटर पर स्वामी के ट्वीट के दावे पर यूजर ने उठाया सवाल
अशोक शर्मा नाम के यूजर ने सुब्रमण्यम स्वामी पर ही सवाल उठाया और पूछा, “आपको वर्तमान स्थिति के बारे में कैसे पता चला? क्या आप उनके वास्तविक स्थान/सीमा का पता लगाने के लिए किसी मैपिंग तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। डीजीपीएस माप का उपयोग करके सटीक सीमा के मानचित्रण के लिए SOI को शामिल करना बेहतर होगा।”
द-सरकास्टिक-किड नाम के एक अन्य यूजर ने स्वामी पर तंज कसते हुए लिखा, “चीन भारत की जमीन से हट गया है। लेकिन चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है और भारत की जमीन पर गांव बसा लिया है। सुब्रमण्यम ने इसे एक साथ पा लिया है लेकिन सुब्रमण्यम ने इसे पूरी तरह खो दिया है।”