किसान आंदोलन के समय से ही केंद्र सरकार को घेरने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि रिटायर होने के बाद ही वह सभी मुद्दों को लेकर बात करेंगे। बता दें कि सत्यपाल मलिक 30 सितंबर को रिटायर हो रहे हैं। सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि जब वह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे, उस दौरान उन्हें दो फाइल पर साइन करने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे।

मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दैनिक भास्कर को एक इंटरव्यू दिया, जिसमें पत्रकार ने उनसे पूछा कि पिछले 8 साल में आपका चार बार तबादला हुआ है। इस पर आप क्या कहेंगे? इसका जवाब देते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि इसके बारे में वह अभी कुछ नहीं बोलेंगे, रिटायरमेंट के बाद बोलेंगे। उन्होंने कहा कि आगे वह चुनावी राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे, लेकिन आंदोलनों में हिस्सा लेते रहेंगे।

केंद्र सरकार की मुखालफत करने को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने उनके खिलाफ कुछ नहीं बोला है। बल्कि मैंने सरकार के पक्ष में ही बोला है। अगर वह मेरी बात मान लेते तो आज किसान उनकी जय जयकार करते। सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना अग्निपथ योजना का विरोध किया है और उन्होंने इसे सरकार से वापस लेने की अपील की है।

सत्यपाल मलिक ने कुछ दिन पहले अग्निपथ योजना को लेकर कहा था, “मैं कह रहा हूं जल्दी से बच्चों वाला (अग्निपथ योजना) ठीक करो, ये अच्छा नहीं है। अगर फौज में असंतुष्‍ट लड़के जाएंगे तो उनके हाथ में राइफल होगी, उसकी कोई दिशा होगी, पता नहीं किधर चल जाए? केंद्र सरकार बहुत घमंड में रहती है। हो सकता है इससे कुछ बुरा हो, तब बैकफूट पर आये।”

वहीं अपने हटाए जाने को लेकर सत्यापल मलिक ने कहा था, “जब मैं पहली बार बोला था, तब से ही मेरी जेब में इस्तीफा है। जिस दिन मोदी जी की तरफ से इशारा मिल जायेगा, उन्हें हटाना नहीं पड़ेगा। बस वह इतना बोल दें कि मैं आपके साथ असहज महसूस कर रहा हूं। मैं उसी दिन छोड़ कर चला जाऊंगा।”