प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 अगस्त को ‘फिट इंडिया अभियान’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस बीच यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) ने सर्कुलर जारी कर निर्देश दिए हैं कि उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्र और स्टाफ के सदस्य रोजाना 10,000 कदम पैदल चलें। यूजीसी ने साथ ही यह भी कहा है कि इस पहल को रोजाना के रूटीन में शामिल करवाया जाए। कमिशन ने कहा है कि इस अभियान के लॉन्च को सभी संस्थान लाइव स्क्रीन के जरिए फैकल्टी और छात्रों को दिखाए।
इसके अलावा सर्कुलर में सभी संस्थानों को फिटनेस प्लान तैयार और उसे लागू करने, व्यायाम, शारीरिक गतिविधियों को परिसर में दिनचर्या में शामिल करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। वाइस चांसलर और प्रिंसिपल को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि वे एक महीने के भीतर फिटनेस एक्शन प्लान को आधिकारिक वेबसाइट और कैंपस के नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित करें। साथ ही, यूजीसी के फिटनेस पोर्टल (ugc.ac.in/uamp/) पर भी इसे अपलोड किया जाए। कमिशन ने आधिकारिक नोटिस में कहा है ‘शारीरिक दक्षता, मानसिक शक्ति और भावनात्मक संतुलन हासिल करने के लिए स्टाफ, फैकल्टी और छात्र यूनिवर्सिटी और संबंधित कॉलेज एकसाथ मिलकर इस दिशा में प्रयास करें।’
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बत’ में ‘फिट इंडिया अभियान’ की घोषणा की है। इसका मकसद देश के नागरिकों और विशेष रूप से छात्रों के दैनिक जीवन में शारीरिक गतिविधि और खेल को विकसित करना है। इस अभियान की शुरुआत 29 अगस्त यानि कि ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ के खास मौके पर हो रही है।
वहीं पीएम मोदी ने राष्ट्रपिता महात्म गांधी की 150वीं जयंती पर प्लास्टिक के खिलाफ एक नया जन-आंदोलन आरंभ करने की बात भी कही है। पीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि ‘समाज के सभी वर्ग, निवासी इस वर्ष गांधी जयंती प्लास्टिक कचरे से मुक्ति के रूप में मनायें ताकि गांधी जयंती का दिन एक विशेष श्रमदान का उत्सव बन जाए।’
