भाजपा की तेज-तर्रार नेता व मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि लोग भले ही कुछ भी कहें, लेकिन उन्होंने राजनीति नहीं छोड़ी है। वह अगला चुनाव लड़ेंगी। ध्यान रहे कि बीजेपी आलाकमान ने ही कभी केंद्रीय मंत्री रह चुकीं उमा भारती को 2019 में टिकट नहीं दिया था।
75 की हो जाऊं या 85 साल की, राजनीति नहीं छोड़ूंगी- उमा
बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर जिले में उन्होंने कहा- मैंने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने से इसलिए इनकार कर दिया था, क्योंकि मैं लंबे समय से काम कर रही थी। मैंने पांच साल का ब्रेक लेने की सोची। लोगों को लगा कि मैंने राजनीति छोड़ दी है। लेकिन मैं यह कहते-कहते थक गई हूं कि मैंने राजनीति नहीं छोड़ी है। भारती ने कहा कि मैं चाहे 75 साल की हो जाऊं या 85 साल की। राजनीति की दुनिया में सक्रिय रहूंगी और अगला चुनाव लड़ूंगी।
उमा भारती ने कहा कि उन लोगों ने राजनीति को बर्बाद कर दिया है, जो इसे विलासिता का साधन मानते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेरा जीवन धन्य हो गया, क्योंकि मैंने राजनीति को ही भगवत प्राप्ति का माध्यम समझा। मैं राजनीति कभी नहीं छोडूंगी। जब तक लोगों की जरूरतें बनी रहेंगी, उन्हें पूरा करने के लिए राजनीती करती रहूंगी। उनका कहना था कि वो राजनीति को लोगों की सेवा करना का कारगर जरिया मानती हैं।
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना और ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन समेत कई बड़ी विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए उमा भारती ने कहा कि वह राजनीति में थीं, इसलिए ये परियोजनाएं हकीकत बन सकीं। वो चाहेंगी कि लोगों के लिए और ज्यादा शिद्दत से काम कर सकें।
2014 में उत्तर प्रदेश के झांसी से आखिरी चुनाव लड़ा था
ध्यान रहे कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। जबकि लोकसभा चुनाव 2024 में प्रस्तावित हैं। उमा भारती ने आखिरी बार 2014 में उत्तर प्रदेश के झांसी से लोकसभा चुनाव लड़ा था। जीत के बाद वह नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री भी बनी थीं। लेकिन कार्यकाल के बीच में ही उनका महकमा छीन लिया गया। उसके बाद से वो कोई भी चुनाव नहीं लड़ी हैं। वो अपनी ही सरकार पर हमलावर रहती हैं।