जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट की नेता और जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला राशिद पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ये एफ़आईआर सुप्रीम कोर्ट के वकील आलोक श्रीवास्तव ने दर्ज करवाई  है। आलोक ने शेहला के खिलाफ एफ़आईआर करते हुए कथित तौर पर भारतीय सेना और भारत सरकार के खिलाफ फर्जी खबर फैलाने के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग की है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124-A (देशद्रोह) के अलावा 153A, 153, 504, 505 के तहत एफआईआर दर्ज की है। केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद विशेष राज्य का दर्जा छीनते हुए दो भागों में बांट दिया है। जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिया गया है, जबकि लद्दाख को केंद्र  शासित प्रदेश बनाया गया है। सरकार के इस निर्णय के बाद शेहला ने कश्मीर के मौजूदा हालात पर कुछ विवादित ट्वीट किए थे। जिसे लेकर वकील अलख ने शिकायत दर्ज कराई है। सिर्फ यही नहीं शेहला रशीद के ट्वीट पर भारतीय सेना ने भी जवाब दिया था।

भारतीय सेना ने इस पर ट्वीट किया था, ‘शेहला रशीद द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं। ऐसी असत्यापित और फर्जी खबरें असामाजिक तत्वों और संगठनों द्वारा अनसुनी आबादी को भड़काने के लिए फैलाई जाती हैं।’ बता दें कि शेहला रशीद जेएनयू की छात्रा रही हैं और साल 2015-16 में छात्रसंघ की उपाध्यक्ष भी बनी थी। जेएनयू से पढ़ाई खत्म करने के बाद शेहला ने शाह फैसल की पार्टी जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट जॉइन की है।