छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्मसंसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले संत कालीचरण के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बापू को गाली देने वाले और उनके आका दोनों सुन लें कि जनता उन्हें स्वीकार नहीं करेगी।

रायपुर में सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि संत कालीचरण द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में इतना बड़ा बयान दिया गया है लेकिन भाजपा नेताओं की तरफ़ से मामले में एक भी बयान नहीं आया है। भाजपा मौन है। ये धरती शांति की है। 

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि यहां पर उत्तेजक और हिंसात्मक बातें बर्दाश्त नहीं की जाती है। राष्ट्रपिता के बारे में इस प्रकार की बातें बोलना निश्चित रूप से दर्शाता है कि उनकी मानसिक स्थिति क्या है। जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। जितने भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं वह उठाए जाएंगे। 

वहीं ट्विटर पर संत कालीचरण के खिलाफ दर्ज मुक़दमे की एफ़आईआर कॉपी ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के लिए अपशब्दों का प्रयोग करने वाले हिंदुत्ववादी कालीचरण के विरुद्ध थाना टिकरापारा, रायपुर में अपराध क्रमांक 578/2021 धारा 505(2), 294 IPC के तहत अपराध दर्ज़ किया गया है। साथ ही उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि बापू को गाली देकर, समाज में विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है। उनके आका भी दोनों सुन लें, भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा, न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।

गौरतलब है कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में रविवार शाम को दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा की थी। इस दौरान कालीचरण महाराज ने लोगों से कहा था कि धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार के मुखिया के तौर पर चुनना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं नाथूराम गोडसे को नमस्कार करता हूं कि उन्होंने गांधी की हत्या की