उदयपुर के प्रतापनगर थाना पुलिस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष अशोक बोहरा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। इस बीच बोहरा ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर आरोप को खारिज करते हुए एक कमेटी से जांच करवाने की मांग की है। प्रतापनगर थाना पुलिस के अनुसार, उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र विभाग की ओर से गत 3 दिसम्बर को ‘धार्मिक संवाद, समय की आवश्यकता’ विषयक संगोष्ठी में अशोक बोहरा द्वारा धार्मिक भावनाओं को ठेस पंहुचाए जाने के आरोप में यह मामला दर्ज किया गया है।

बोहरा के खिलाफ विहिप के कार्यकर्ता देवेन्द्र सिंह की शिकायत पर मंगलवार को यह मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बोहरा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295 और 153 ए (धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। इधर, पूर्व विभागाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को गत छह दिसम्बर को लिखे पत्र में कहा है कि जांच में यदि आरोप साबित हो जाए तो वह माफी मांगने को तैयार हैं।