Faroor Adbullah in Srinagar Katra Vande Bharat Express: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने आज मंगलवार को श्रीनगर-कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा की। इस दौरान वे बेहद भावुक नजर आए। यात्रा के दौरान उन्होंने कहा है कि यह वंदे भारत ट्रेन जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए सबसे बड़ा तोहफा है। फारूक अब्दुल्ला नौगाम (श्रीनगर) रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन में चढ़ें थे और उन्होंने श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन तक का सफर किया।
इस दौरान जब फारूक अब्दुल्ला मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए तो उन्होंने कहा कि चिनाब पुल पार करते हुए उनकी आखें नम हो गईं। बता दें कि कटरा-श्रीनगर रेल लिंक के जरिए कश्मीर घाटी को पहली बार पूरे देश से जोड़ा गया है। कटरा-श्रीनगर रेल लिंक उधमपुर-श्रीनगरबारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसकी शुरुआत 4 दशक पहले हुई थी। पीएम मोदी हाल ही में इसका उद्घाटन किया था।
‘आखिरकार वो दिन आ गया’
फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत के दौरान रहा कि जम्मू-कश्मीर को पूरे देश से जोड़ने के लिए यह सबसे बड़ा तोहफा है। चिनाब ब्रिज पार करते समय मेरी आंखों में आंसू थे। आखिरकार वह दिन आ गया है, जब हम कश्मीर से देश की यात्रा ट्रेन से कर सकेंगे। मैं इस पुल को बनाने वाले सभी श्रमिकों और इंजीनियरों को बधाई देना चाहता हूं।
कटरा रेलवे स्टेशन पर उतरकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “माता ने बुलाया है। आया है बुलावा शेरा वाली का।” उन्होंने कहा, “जब वह नौगाम रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन पर श्री माता वैष्णो देवी कटरा रेलवे स्टेशन पहुंचें।”
फारूक बोले- कश्मीर में बढ़ेगा पर्यटन और व्यापार
वंदे भारत एक्सप्रेस से सफर के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस ट्रेन से न केवल हमारा पर्यटन बल्कि व्यापार भी बढ़ेगा। हमारे उत्पाद कन्याकुमारी, पटना, कोलकाता, मुंबई तक पहुंचेंगे, जिससे हमें बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि एक दिन J&K देश के बाकी हिस्सों से जुड़ जाएगा, यह सपना इस ट्रेन से पूरा हो रहा है। मैं इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।
फारूक अब्दुल्ला ने इस दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को भी याद किया और कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी इसमें (चिनाब ब्रिज प्रोजेक्ट) योगदान दिया था। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने ट्रेन से कश्मीर आने का सपना देखा था। पीएम मोदी ने इस प्रोजेक्ट को पूरा किया। मैं दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के पीछे काम करने वाले इंजीनियरों को धन्यवाद देना चाहता हूं।”
ऊपर से कैसा दिखता है दुनिया का सबसे बड़ा चिनाब रेलवे ब्रिज, कितने करोड़ में बना और क्या है खासियत