किसानों का आंदोलन जारी है। किसान अपनी मांग को लेकर दिल्ली कूच करने वाले थे लेकिन उन्होंने इसे दो दिनों के लिए टाल दिया है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी गुट) ने हरियाणा में आज दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक हाइवे जाम करने का ऐलान किया है।
किसानों का दिल्ली मार्च स्थगित
किसानों की नजर सरकार के अगले कदम पर और सरकार की भी नजर किसानों के प्रदर्शन पर है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं और बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। बुधवार रात किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि दिल्ली मार्च को 2 दिनों के लिए टाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को आंदोलन के आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
किसान नेता जगजीत सिंह की तबीयत बिगड़ी
इस बीच किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरे जगजीत सिंह डल्लेवाल की बुधवार रात अचानक तबियत बिगड़ गई। उन्हें पटियाला के एक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया है। शंभू बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोली दागे, जिसके कारण जगजीत सिंह की तबीयत खराब हुई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है और बुखार भी हो रहा है।
किसानों ने दिल्ली कूच को ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नाम दिया है। इसके तहत किसान बुधवार सुबह 1200 ट्रैक्टर ट्रॉली, 300 कारों और 10 मिनी बसों के साथ पंजाब और हरियाणा को जोड़ने वाली खनौरी बॉर्डर पर इकठ्ठा हुए। हालांकि इसे स्थगित कर दिया गया। इस बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि पंजाब की भगवंत मान सरकार किसानों को बॉर्डर की ओर आने से रोक नहीं रही है।
गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को लिखा पत्र
गृह मंत्रालय की ओर से पंजाब सरकार को एक पत्र भी लिखा गया है। इसका जवाब भी पंजाब सरकार ने दिया है। पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला को लिखे पत्र में कहा कि यह कहना बिल्कुल गलत है कि पंजाब सरकार की अनुमति से ही शंभू और ढाबी-गुजरां बॉर्डर पर लोग इकट्ठा हुए हैं। उन्होंने हरियाणा पुलिस पर बल प्रयोग करने का आरोप लगाया।