देश में जारी किसान आंदोलन का सबसे अधिक प्रभाव पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा। इन राज्यों में कई जगहों पर बीजेपी नेताओं को विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। किसानों के विरोध को देखते हुए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पत्र लिखकर एक कार्यक्रम को रद्द कर दिया। मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा कि सब जब एकमत होंगे तभी आऊंगा।
गौरतलब है कि सीएम खट्टर को गोहाना से 2 बार विधायक रहे किताब सिंह मलिक के देहांत के बाद उनके गांव अंवाली जाने का कार्यक्रम था। लेकिन रोहतक में हुए विरोध को देखते हुए उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि गांव के सारे लोग जब एक मत होंगे तब ही गांव आ सकता हूं। बताते चलें कि गांव में सीएम के आने की सूचना मिलने के साथ ही कई लोगों ने हेलीपैड पर पहुंच कर कब्जा कर लिया औैर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि मेरी इच्छा थी की अंवाली गांव आकर किताब सिंह मलिक को श्रद्धांजलि दूं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में विरोध के नाम पर कुछ दलों ने जो रवैया अपनाया है। उसे देखते हुए मैं नहीं चाहता हूं कि किताब सिंह जी की श्रद्धांजलि सभा राजनीति की भेंट चढ़ जाए। क्योंकि आंदोलन के नाम पर उन्माद लोगों में भरा जा रहा है। ये सामाजिक एकता के लिए निश्चित रूप से काफी खतरनाक है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को शनिवार को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा था। खट्टर सांसद अरविंद शर्मा के पिता की 17 वीं में शामिल होने रोहतक पहुंचे थे। जब किसानों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने हैलीपैड को घेर लिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच हिंसरक झड़प हो गयी।
पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कुछ किसानों को चोट भी लगी। बाद में मुख्यमंत्री के हेलीकॉफ्टर की लैंडिग पुलिस लाइन में करवायी गयी। शनिवार की घटना के बाद मुख्यमंत्री ने अपने अगले कार्यक्रम को रद्द कर दिया