कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। इस बीच सुरक्षा व्यवस्था की चुनौती बनी हुई है। जेडीयू नेता ने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती की पंजाब चुनाव तक ये आंदोलन खत्म हों। जेडीयू नेता अजय आलोक ने कहा, सरकार ने साफ-साफ कह दिया है कि कृषि कानून वापस नहीं होंगे। आप दिखाना क्या चाहते हैं। एक शेर के जरिए आलोक ने कहा, ‘मिल सके जो आसानी से यह ख्वाहिश किसकी थी. जिद तो हमें वो है जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं।’

जेडीयू नेता ने कहा, ‘ये आपके सामने पल्ला झाड़ रहे हैं और कह रहे हैं कि लॉ ऐंड ऑर्डर सरकार का काम है। इन सबको पता है कि कानून वापस नहीं होंगे। ट्रैक्टर रैली का क्या मतलब है। क्या दिखाना चाहते हैं। ये चाहते हैं कि कोई दुर्घटना होगी तो सरकार पर ठीकरा फोड़ेंगे। ये चाहते नहीं हैं कि पंजाब के चुनाव तक आंदोलन खत्म हों। इस ट्रैक्टर रैली में राष्ट्रविरोधी ताकतें कुछ न कुछ गड़बड़ करने की कोशिश करेगी। सिरसा जी, आपको जो समझना है करिए लेकिन सरकार कानून वापस नहीं लेगी।’

अकाली दल के प्रवक्ता मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, आप नैशनल चैनल पर झूठ बोल रहे हैं। आप गलत बोल रहे हैं। कोई भी अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होती है? इसपर अजय आलोक ने कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदारी लेनी होगी। आपने कहा कि किसी भी घटना की जिम्मेदारी सरकार की है। आपने कहा कि केवल मंची की जिम्मेदारी आप लेंगे।

बता दें कि किसान दिल्ली में प्रवेश कर गए हैं और ट्रैक्टर के साथ आईटीओ तक पहुंच गए हैं। कई जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी आमने सामने आ गए। किसान बड़ी तादाद में दिल्ली की सीमा में घुस गए हैं। किसानों ने राकेश टिकैत की भी बात नहीं मानी। किसानों का कहना है कि उन्हें बैरिकेड्स की भी परवाह नहीं है। वे आगे बढ़ते जाएंगे। किसान लालकिले तक जाने की बात पर अड़े हुए हैं।

गाजीपुर औऱ अक्षरधाम पर भी बैरिकेड तोड़े जाने की खबर है। किसानों की बड़ी तादाद को रोक पाने में पुलिस कामयाब नहीं हो रही है।