कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने न्यूज 18 इंडिया पर डिबेट के दौरान कहा कि जब पीएम मोदी भाषण दे रहे थे… इस बीच कृषि विशेषज्ञ विजय सरदाना ने कहा कि ये मेरे सवालों का जवाब नहीं हैं। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने विजय सरदाना को अंगुली दिखाते हुए कहा कि आप कोई एंकर नहीं हैं, न ही आप हमारे प्रिंसिपल हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कॉरपोरेट को जमाखोरी करने की अनुमति दे रही है।
इस बीच विजय सरदाना और अभय दुबे उलझ पड़े और एक दूसरे को कहने लगे कि आप कृषि कानून पढ़िए। एंकर ने कहा कि निर्यात करने वालों और फूड प्रोसेस करने वालों को तो इजाजत देनी होगी भंडारण की। आपकी भंडारण को लेकर बात तथ्यात्मक नहीं हैं।
गौरतलब है कि आज किसानों के कृषि कानून के विरोध में आंदोलन का 27वां दिन है। आज किसान आपस में बातचीत करेंगे कि उनकी आगे कि क्या रणनीति रहने वाली है। किसान संगठन आज तय करेंगे कि सरकार से बातचीत जारी रखनी है या नहीं। इससे पहले रविवार को सरकार ने चिट्ठी भेज किसानों से बातचीत करने की पहल की थी। हालांकि सोमवार और आज किसानों ने कहा कि सरकार हमार एजेंडे पर बात नहीं करना चाहती है।
किसान संगठनों का कहना है कि सरकार घूम फिरकर उसी पुराने प्रस्ताव पर बात करना चाहती है। कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी के लिए नए कानून की मांग पर बात करने को केंद्र सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
BKU के राकेश टिकैत ने मीडिया से कहा है कि किसान तीनों कानूनों की वापसी तक दिल्ली में ही डेरा डाले रहेंगे। सरकार को हमारे पास बातचीत के लिए आना होगा। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया कि सरकार की ओर से बीकेयू को किसी भी तरह की बातचीत के लिए बुलाया गया है।
बता दें कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में किसान अलग-अलग जगह पर अपने तरीके से विरोध जाहिर कर रहे हैं। कोई आमरण अनशन कर रहा है तो कोई विरोध स्वरूप टोल फ्री कर दे रहा है। आज दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले रास्ते को पुलिस को बंद करना पड़ा। गाजियाबाद से दिल्ली आने वाला रास्ता पहले से ही बंद रखा गया है।