हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के समक्ष विरोध दर्ज कराने जा रहे किसानों पर FIR के विरोध में आज हिसार में धरना प्रदर्शन किया गया। किसान नेता राकेश टिकैत खुद किसानों की अगुवाई करने हिसार पहुंचे। इसी बीच खबर है कि उगलान गांव के एक किसान की हार्टअटैक से मौत हो गई। शहीद होने वाले किसान की पहचान रामचंद्र खरब के रूप में हुई है। बताया जाता है कि प्रदर्शन के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मौत हो गई।

दरअसल, 16 मई को सीअम खट्टर हिसार में कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने आए थे। तभी किसान उनसे मिलने के लिए हिसार की तरफ जाने लगे। उसी दौरान पुलिस से उनका झड़प हुई जो बाद में बड़े बवाल में तब्दील हो गई। पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े। लेकिन मामले ने तब तूल पकड़ा जब हरियाणा पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे अज्ञात 350 किसानों के ख़िलाफ ड्यूटी पर तैनात कर्मियों पर कथित तौर पर हमला करने को लेकर मामला दर्ज किया। इसके विरोध में आज प्रदर्शन रखा गया था।

किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि वो सरकार के आगे नहीं झुकेंगे। उनकी लड़ाई खेत और किसान को बताने की है। सरकार के तीनों काले कानून जब तक वापस नहीं होते, किसान किसी चीज की परवाह किए बगैर अपना संघर्ष जारी रखेगा। टिकैत ने किसानों से अपील की कि वो शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखों।

किसानों पर दर्ज एफआईआर के विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत हिसार पहुंचे (फोटोः ANI)

हिसार प्रशासन ने सोमवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। किसानों का सोमवार को क्रांतिमान पार्क से पुलिस कमिश्नर ऑफिस तक मार्च का प्रोग्राम है। उन्हें नियंत्रण में रखने के लिए सरकार ने लगभग 3 हजार रेपिड एक्शन फोर्स के जवानों को हिसार में पहले ही तैनात कर दिया था।

किसान संगठनों ने कहा था कि वो सोमवार को हिसार पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करेंगे। उन्होंने किसानों पर कथित तौर पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर हिसार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रशासन का कहना है कि 16 मई को किसान और पुलिस के बीच झड़प में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि कोविड-19 महामारी के दौर में उन्हें बातचीत के के जरिए अपनी बात सामने रखनी चाहिए। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुद्दों का समाधान बातचीत से ही हो सकता है। बयान में कहा गया है कि बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे अब भी खुले हैं।