पिछले 7 महीने से भी अधिक समय से देशभर से आए किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं। इस आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है। आए दिन भाजपा नेताओं को किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को भी हरियाणा के फतेहाबाद में राज्य के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल का जमकर विरोध हुआ। इसी तरह हरियाणा के झज्जर में भी भाजपा के एक कार्यक्रम का किसानों ने जमकर विरोध किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार में सहकारिता मंत्री बनवारी लाल फतेहाबाद के भाजपा कार्यालय में बैठक करने पहुंचे थे। किसानों को बनवारी लाल के बैठक की सूचना पहले ही मिल चुकी थी। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी और ढ़ेरों बैरिकेड्स भी लगाए गए थे। साथ ही तीन डीएसपी को भी तैनात किया गया था।
हालांकि भारी पुलिस बल और बड़ी संख्या में लगाए गए बैरिकेड्स भी किसानों को भाजपा कार्यालय तक पहुंचने से नहीं रोक सके। किसानों ने वहां लगे बैरिकेड्स भी हटा दिए। इतना ही नहीं भाजपा कार्यालय पर लगा पार्टी का झंडा भी किसानों ने उतार दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच काफी तनातनी वाला माहौल रहा। हालांकि पुलिस ने किसानों को भाजपा कार्यालय के अंदर जाने से रोक दिया।
फतेहाबाद की तरह ही झज्जर में भी भाजपा का एक कार्यक्रम होना था। इसमें स्थानीय सांसद अरविंद शर्मा, क्षेत्र प्रभारी विनोद तावड़े और प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ शामिल होने वाले थे। कार्यक्रम की सूचना गुप्त रखे जाने के बावजूद किसान कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए। हालांकि इस कार्यक्रम में भी भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। अभी तक की सूचना के अनुसार किसानों के भारी विरोध के कारण क्षेत्र प्रभारी विनोद तावड़े और प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।
शनिवार को भी हिसार में भाजपा की जिला कार्यकारिणी की बैठक का किसानों ने विरोध किया। किसानों ने इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ को काले झंडे भी दिखाए। वहीं यमुनानगर में भी राज्य के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का किसानों ने जमकर विरोध किया। मूलचंद शर्मा पार्टी की एक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। किसानों के विरोध को देखते हुए मंत्री मूलचंद शर्मा तय समय से काफी देर से पार्टी की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे।
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा अभी तक ठंडा नहीं हुआ है। किसानों ने हरियाणा में भाजपा और दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा के नेताओं के सामाजिक बहिष्कार का ऐलान किया हुआ है। किसानों ने दोनों दलों के नेताओं के किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम का विरोध करने की बात कही है। पिछले दिनों किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के भी कार्यक्रम का विरोध किया था।