Wrestlers Protest: दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना-प्रदर्शन जारी है। इसी बीच सोमवार को पंजाब से भारी संख्या में किसान जंतर-मंतर पहुंचे। किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ दिया। साथ ही जमकर हंगामा किया। इस दौरान किसानों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित नारेबाजी की। किसानों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि योगी-मोदी तेरी कब्र खुदेगी…’। वहीं पहलवानों ने शांति बनाए रखने की अपील की है। महिला पहलवानों ने WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पहलवान के धरना-प्रदर्शन को अभी तक कई राजनीतिक दलों के नेता और संगठन अपना समर्थन दे चुके हैं।

पहलवान पिछले एक महीने से WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने, उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने और WFI को तानाशाही तरीके से चलाने का आरोप लगाया है। इससे पहले पहलवानों के समर्थन में रविवार किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे थे। जिसमें कई किसान नेता शामिल थे। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को 21 मई तक गिरफ्तार किया जाए।

WFI चीफ को 21 मई तक करें गिरफ्तार: राकेश टिकैत

मीडिया को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, ‘सरकार WFI चीफ को 21 मई तक गिरफ्तार करे और हमारी बेटियों को न्याय दे। यह बहुत बड़ा मसला है। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वो आगे की रणनीति के बारे में कुछ फैसला करेंगे।’

टिकैत ने जोर देते हुए कहा कि किसान संघ और खाप पंचायत के नेता 21 मई को फिर से बैठक करेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या किया जाना चाहिए। तब तक हमारी बेटियों को सहारा देने के लिए एक खाप रोज जंतर-मंतर पर आएगी। अगर हमारी बेटियों को कुछ होता है तो पूरा देश उनका समर्थन करने के लिए यहां इकट्ठा होगा।

पहलवान विनेश फोगाट ने कहा था कि पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है, लेकिन धारा 164 के तहत बयान दर्ज नहीं किया। हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 21 मई को फैसला लिया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि पहलवानों के इस विरोध को किसी ने हाईजैक नहीं किया है।

बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों को बताया निराधार

वहीं पहलवानों के इन सभी आरोपों को कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह सिरे से खारिज कर चुके हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो राजनीति से प्रेरित हैं। इसमें दीपेंद्र सिंह हुड्डा और एक उद्योगपति का हाथ शामलि है।

प्रियंका गांधी के जंतर-मंतर पहुंचकर पहलवानों को समर्थन देने पर भी कुश्ती महासंघ ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जब प्रियंका गांधी को पूरे मामले की सच्चाई पता चलेगी तो वो खुद सोचेंगी कि मुझे पहलवानों के धरना-प्रदर्शन में शामिल होने नहीं जाना चाहिए था। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा मुझसे इस्तीफा देने के लिए कहेंगे तो मैं तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दूंगा। वहीं इस पूरे मामले पर बीजेपी मौन साधे हुए हैं।