एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्ज माफी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने समेत कई मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के किसानों के दिल्ली कूच का आज दूसरा दिन है। दिल्ली की सीमाओं पर कई लेयर की सुरक्षा बैरिकेडिंग कर दी गई है। सभी सीमाओं के आसपास धारा-144 लागू कर दी गई है। वहीं, हरियाणा के सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत के किसी भी समाधान तक नहीं पहुंचने के बाद किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आह्वान किया है। मंगलवार को शंभू बॉर्डर और जींद बॉर्डर पर पंजाब के किसानों को हरियाणा की पुलिस रोकने में काफी हद तक कामयाब रही। राष्ट्रीय राजधानी की तरफ बढ़ रहे किसानों को रोकने के लिए टिकरी बॉर्डर पर कंक्रीट स्लैब को ज्यादा मजबूत किया जा रहा है।
Farmers Protest: किसानों के दिल्ली कूच का आज दूसरा दिन है। इससे जुड़े तमाम बड़े अपडेट्स जनसत्ता पर पढ़िये
कांग्रेस ने बुधवार को केंद्र सरकार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मुद्दे पर किसानों से झूठ बोलने और वादाखिलाफ़ी करने का आरोप लगाया और कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
मराठा आरक्षण पर शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, “पहले दिन से यह सरकार आश्वासन दे रही है और झूठ बोल रही है लेकिन करती कुछ नहीं। सच्चाई सबके सामने है।”
#WATCH | On the Maratha reservation, Shiv Sena (UBT) MLA Aaditya Thackeray says, "From the first day this government has been giving assurances & lying but does nothing. The truth is in front of everyone…" pic.twitter.com/vxQV0p7Il6
— ANI (@ANI) February 14, 2024
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया।
#WATCH गुरुग्राम, हरियाणा: दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भारी ट्राफिक जाम देखा गया। pic.twitter.com/Q9alZpOPTt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 14, 2024
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ के कारण राष्ट्रीय राजधानी में लागू यातायात पाबंदियों के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बोर्ड परीक्षाएं देने जा रहे विद्यार्थियों के लिए बुधवार को एक परामर्श जारी कर उनसे कहा है कि वे परीक्षा केंद्र पर वक्त पर पहुंचने के लिए घरों से जल्दी निकलें। किसानों के “दिल्ली चलो” मार्च के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में फिलहाल यातायात प्रतिबंध लागू हैं। परामर्श में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए मेट्रो सेवाओं का उपयोग करने की सलाह दी जाती है जो सुचारू रूप से चल रही हैं।
पंजाब के राजपुरा बाईपास पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ”केंद्र के साथ कल शाम 5 बजे बैठक होगी।”
#WATCH पंजाब के राजपुरा बाईपास पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ''केंद्र के साथ कल शाम 5 बजे बैठक होगी।'' pic.twitter.com/Kj6mUubYSb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 14, 2024
किसान संगठनों ने कहा कि कल की बैठक के प्रस्ताव को देखेंगे। हम शांतिपूर्वक शंभू बॉर्डर पर बैठेंगे। बैठक सकारात्मक रही तो आगे भी चर्चा करेंगे। किसान संगठनों ने कहा कि हम टकराव नहीं चाहते। ड्रोन से कार्यवाई क्यों की गयी।
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर आप सांसद संदीप पाठक ने कहा, ”किसानों का विरोध बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पहले तो बीजेपी ने इन किसानों की मांगें मान लीं और फिर उन्हें पूरा करना भूल गईं। किसान वही मांग रहे हैं जो उनका हक है। देश प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में खड़ा है। हम किसानों के साथ खड़े हैं।”
दिल्ली जा रहे किसानों की शंभू (हरियाणा-पंजाब) सीमा पर पुलिस से झड़प के बाद दिल्ली पुलिस ने टिकरी बॉर्डर सील कर दिया है। दोनों कैरिजवे पर पांच फीट लंबे सीमेंट ब्लॉकों के साथ-साथ मल्टी-लेयर बैरिकेड्स के साथ आवाजाही को अवरुद्ध करके सीमा को बंद कर दिया गया था।
किसान संगठनों ने कहा कि सरकार की चिट्ठी मिली। कल चंडीगढ़ में तीसरे दौर की बातचीत होगी। कल शाम 5 बजे दोनों पक्षों के बीच बातचीत होगी।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय कल प्रदर्शनकारी किसान संगठनों के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, चंडीगढ़ में तीसरे दौर की बातचीत कल होगी।
कांग्रेस महासचिव(संचार) जयराम रमेश ने कहा, “स्वामीनाथन आयोग ने अपनी रिपोर्ट 2006-2007 में राष्ट्रीय विकास परिषद की एक कमेटी बनाई जिसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे। फरवरी 2011 में उस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी और उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिपोर्ट में कहा था कि MSP को क़ानूनी दर्जा देना चाहिए।”
पंजाब-हरियाणा सीमा पर बरकरार तनाव के बीच किसान नेता जल्द केंद्रीय मंत्रियों से बात करेंगे। कृषि संगठनों ने शाम 6 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक बुलाई। यह बैठक राजभवन में होगी। बताया गया है कि इसमें तीन केंद्रीय मंत्री मौजूद रहेंगे। हालांकि यह मंत्री कौन होंगे, यह स्पष्ट नहीं है।
राजनाथ सिंह से कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने मुलाक़ात की। दोनों के बीच किसानों के आंदोलन को लेकर बातचीत हुई।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि किसान केंद्र सरकार की जिद है और उसके अड़ियल रवैये के कारण एक फिर से आंदोलन कर रहे है क्योंकि वह उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में घोषणा की कि हमारी सरकार बनने पर एमएसपी को एक कानूनी प्रावधान बनायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने एमएसपी को सरकारी जामा पहनाकर लागू करने का औपचारिक वादा किया है। केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया जाएगा।”
संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को बंद का ऐलान किया है। जिसे कांग्रेस ने समर्थन दिया है।
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए करनाल, इंद्री, लाडवा, यमुनानगर (NH-344), बरवाला, पंचकूला होते हुए या करनाल, पिपली, लाडवा, बबैन, बराड़ा, दो सदका, बरवाला, पंचकूला होते हुए अपने गन्तव्य स्थान पर पहुंचे।
"दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए करनाल, इंद्री, लाडवा, यमुनानगर (एनएच-344), बरवाला, पंचकूला होते हुए अथवा करनाल, पिपली, लाडवा, बबैन, बराड़ा, दो सदका, बरवाला, पंचकूला होते हुए अपने गन्तव्य स्थान पर पहुँचे। #TrafficAdvisory," posts @police_haryana. pic.twitter.com/H1ZtZ2g2Vp
— Press Trust of India (@PTI_News) February 14, 2024
पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्रहा ने कल यानी 15 फरवरी को पंजाब में दोपहर 12 बजे से शाम के चार बजे तक रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान किया है। दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने और उनके ऊपर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने से नाराजगी के चलते पंजाब के किसान संगठन ने ये फैसला लिया है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “पूरा किसान आंदोलन कर रहा है। एक तरफ आप भारत रत्न दे रहे हैं और दूसरी तरफ आप किसानों को रोकना चाहते हैं, उनकी मांग नहीं मानना चाहते। आखिरकार भाजपा चाहती क्या है। भाजपा के लोग PDA से घबराए हुए हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे सहयोगी दल PDA की लड़ाई को मजबूत करेंगे।”
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, “MSP की रिपोर्ट 2004 में आ गई थी और तब कांग्रेस की सरकार थी और उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया? किसान जिनसे दिल्ली जाकर बातचीत करना चाहते हैं, वो सभी मंत्री और अधिकारी जब चंडीगढ़ आ गए, तो आपने बात नहीं की। इसका मतलब आपका मकसद कुछ और है. मुझे आश्चर्य है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी किया है कि हमारी सीमा में ड्रोन ना भेजेंजब किसान अमृतसर से आगे बढ़ने लगे, तो उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की। काफी पथराव हो रहा है और इसमें हमारे एक डीएसपी और 25 अन्य पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं।”
किसानों के साथ सरकार आज मीटिंग कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार के मंत्री चंडीगढ़ आकर किसानों के साथ फिर बैठक कर सकते हैं। केंद्र सरकार किसानों को जल्द मीटिंग का प्रस्ताव भेज सकती है। किसान आज शाम पांच बजे तक केंद्र से मीटिंग के निमंत्रण का इंतजार करेंगे।
किसानों के मार्च पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आई थी जब कांग्रेस सत्ता में थी। उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया? किसान दिल्ली जाकर अपनी बात रखना चाहते हैं। सरकार के प्रतिनिधियों ने किसान नेताओं से बातचीत की कोशिश की लेकिन जब वे चंडीगढ़ आए तो किसान नेताओं ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया। मुझे आश्चर्य है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी कर कहा है कि हम अपनी सीमा पर ड्रोन न भेजें। जब किसानों ने आगे बढ़ना शुरू किया अमृतसर से उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की। इसका मतलब साफ है कि वे चाहते हैं कि किसान दिल्ली में आतंक पैदा करें। पथराव हो रहा है और हमारे एक डीएसपी और 25 अन्य पुलिस अधिकारी इसमें घायल हो गए हैं।
पढ़ें पूरी खबरः स्वामीनाथन आयोग की जिस रिपोर्ट पर मचा बवाल, कांग्रेस उसे 2010 में ठुकरा चुकी, सामने आई सदन की ये रिपोर्ट
#WATCH | On the farmers' march, Haryana Home Minister Anil Vij says "The report on MSP came in 2004 when Congress was in power. Why didn't they do anything in 10 years?… The farmers want to go to Delhi and have a conversation with representatives of the Govt but when they came… pic.twitter.com/Vbob2oiPCm
— ANI (@ANI) February 14, 2024
किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में कल किसान 12 बजे से पंजाब में रेलवे ट्रैक जाम करेंगे। किसानों का कहना है कि पुलिस के लाठीचार्ज में 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
किसानों के मार्च पर बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि सरकार किसानों के मुद्दों पर संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है। किसानों की ज्यादातर मांगें मान ली गई हैं। तकनीकी तौर पर लोकसभा सत्र खत्म हो चुका है , कानून की मांग अजीब है। सरकार अब कानून नहीं बना सकती।
#WATCH | Lucknow, UP: On the farmers' march, BJP leader Sudhanshu Trivedi says, "The govt is working on the farmers' issues with sensitivity…Most of their demands have been accepted…Technically, since the Lok Sabha session has ended, the demand for a law is strange…The govt… pic.twitter.com/7t50UnmNlK
— ANI (@ANI) February 14, 2024
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बातचीत के माध्यम से किसान नेता समाधान की कोशिश करें। सरकार बातचीत के लिए तैयार है। आम लोगों को इससे कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। आम लोगों को परेशान पर किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। हमने उन्हें आश्वासन दिया है प्रशासनिक तरीके से सभी कार्यों में तेजी लाई जाएगी। कानून बनाने के लिए सभी विषयों पर ध्यान दिया जाता है। जिससे आगे किसी तरह की परेशानी ना हो। इसके लिए चर्चा और समय दोनों की जरूरत होती है।
#WATCH | Delhi: Union Minister Arjun Munda who is also negotiating with farmer leaders speaks on Farmers' protest.
— ANI (@ANI) February 14, 2024
He says, "…I would like to urge all the leaders from different farmers' organizations to cooperate and communicate so that the common people shouldn't have to… pic.twitter.com/vcrg0YaY4Y
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आंदोलन के दौरान घायल हुए किसान से फोन पर बात की है। राजपूरा में अस्पताल में भर्ती एक घायल किसान को राहुल गांधी ने फोन किया। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वडिंग ने किसान की बात राहुल से करवाई। किसान ने बताया कि उसे छर्रे लगे हैं, आंख के पास चोट आई है। घायल किसान ने बताया कि वह फौज से रिटायर हैं।
किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के सभी बॉर्डर सील हैं। नोएडा से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर भीषण जाम है। कालिंदी कुंज और चिल्ला बॉर्डर पर कई किमी लंबा जाम है।
पढ़ें पूरी खबरः दिल्ली-NCR में किन रास्तों से जाने से बचें? 5 बॉर्डर सील, इन रास्तों पर है ईजी एग्जिट
शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं।
#WATCH | Farmers' protest | Tear gas shells fired to disperse the agitating farmers who were approaching the Police barricade.
— ANI (@ANI) February 14, 2024
Visuals from Shambhu Border. pic.twitter.com/AnROqRZfTQ
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कृषि क्षेत्र को बढ़ाना देने के लिए और किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं। जब किसानों ने अपनी मांगें रखीं तो सरकार ने अपने वरिष्ठ नेताओं को भेजा और बातचीत जारी रखी। क्या कारण है कि मांगों में नई मांगें जोड़ी जा रही हैं? अगर नई मांगें जोड़ी जा रही हैं, तो अधिक समय भी चाहिए। राज्यों को चर्चा के लिए समय चाहिए। हम चर्चा जारी रखने के लिए तैयार हैं। उनकी अधिकांश मांगें मान ली गई हैं लेकिन नई मांगों के लिए और समय की जरूरत है। मैं आंदोलनकारियों से आग्रह करता हूं कि वे तोड़फोड़, आगजनी या हिंसा न करें। मैं किसान नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे आएं और चर्चा करें।
#WATCH | Delhi | On farmers' protest, Union Minister Anurag Thakur says, "I would like to say that the Modi Government has taken several steps in the last 10 years to encourage the agriculture sector and for the welfare of farmers. When they posed their demands, the government… pic.twitter.com/jxvbXA8aN3
— ANI (@ANI) February 14, 2024
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा में अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं आदि 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी।
Farmers' protest | Mobile internet services, bulk SMS and all dongle services etc provided on mobile networks, except the voice calls in the jurisdiction of districts Ambala, Kurukshetra, Kaithal, Jind, Hisar, Fatehabad and Sirsa of Haryana State to remain suspended till 15th… pic.twitter.com/rfzBISwzJj
— ANI (@ANI) February 14, 2024
किसानों ने दावा किया है कि मंगलवार को पुलिस के साथ शंभू बॉर्डर पर झड़प के दौरान 100 से अधिक किसान घायल हुए हैं। इनमें से कुछ किसानों को गंभीर चोट आई है। किसानों ने पीछे हटने से साफ इनकार कर दिया है। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तब तक वह डटे रहेंगे।