फर्जी डिग्री मामले में पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी को लेकर निशाने पर आई आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी और राम शंकर कठेरिया की शैक्षणिक योग्यता में कथित ‘‘असंगति’’ के मामले को उजागर करेगी।

एक दिन पहले ही पार्टी ने तोमर से दूरी बनाते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उनसे ‘‘खफा’’ हैं और उनके मामले को पार्टी के अंदरूनी लोकपाल के पास भेज दिया। सूत्रों ने कहा कि उन्हें निष्कासित किया जा सकता है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा, ‘‘तोमर के मामले को हमने पार्टी के अंदरूनी लोकपाल के पास भेज दिया है। लेकन हम देखना चाहेंगे कि क्या केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी और रामशंकर कठेरिया की फर्जी शैक्षणिक योग्यता की जांच कर रहे पुलिस आयुक्त उतना ही उत्साह दिखाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इन मुद्दों पर निर्णय करने के लिए अलग-अलग मापदंड नहीं हो सकते। हम ईरानी और काठेरिया की कथित शैक्षणिक असंगतियों के मुद्दे को उठाएंगे।’’

बहरहाल पार्टी ने यह बताने से इंकार कर दिया कि क्या वह तोमर की कानूनी सहायता वापस ले रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह ईरानी और काठेरिया दोनों को ‘‘निशाना’’ बनाएगी साथ ही भाजपा के वे नेता भी उसके निशाने पर होंगे जिनके खिलाफ आपराधिक आरोप लगे हैं।

भाजपा को परोक्ष चेतावनी देते हुए सिंह ने कहा, ‘‘यह केवल शुरुआत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में अपने पहले भाषण में स्वच्छ राजनीति की बात कही थी। लेकिन मंत्रिपरिषद् में 30 फीसदी मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं।’’ उन्होंने पूछा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए त्वरित अदालतें कहां हैं।

करोल बाग (मध्य) के विधायक विशेष रवि और दिल्ली कैंट के विधायक सुरेन्दर सिंह जैसे नेताओं के खिलाफ आ रही शिकायतों का पार्टी ने ‘‘स्वागत’’ किया है।