भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने साफ किया है कि 27 फरवरी को पाकिस्तान ने एफ-16 विमान का इस्तेमाल किया था, जबकि जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने उसे मिग-21 बाइसन से मार गिराया था। सोमवार (आठ अप्रैल, 2019) को आईएएफ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर वाइस मार्शल आरजीके कपूर ने ये जानकारियां दीं। उन्होंने इसके साथ ही पत्रकारों को कुछ रडार के फोटो भी सबूत के तौर पर दिखाए।

आईएएफ के बयान के मुताबिक, “हमारे पास सबूत हैं कि 27 फरवरी, 2019 को पाकिस्तानी वायु सेना की तरफ से न सिर्फ एफ-16 विमान का इस्तेमाल किया गया था, बल्कि आईएएफ ने हवाई कार्रवाई के दौरान मिग-21 बाइसन ने उसे मार गिराया था।”

बयान में आगे कहा गया, “इसमें कोई शक नहीं है कि 27 फरवरी को दो विमानों का आमना-सामना हुआ था, जिसमें एक आईएएफ का बाइसन था, जबकि दूसरा पाक का एफ-16 था। हमने इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर और रेडियो ट्रांसक्रिप्टस के जरिए उसकी पहचान की।” सबूत के तौर परे IAF ने ये तस्वीरें जारी कींः

कपूर ने आगे कहा, “हमारे पास और भी विश्वसनीय सबूत हैं, जो बताते हैं कि पाकिस्तान ने अपना एफ-16 उस दिन खो दिया था। हालांकि, सुरक्षा कारणों के चलते हम इस बाबत जानकारी सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं।” कहां मार गिराया गया था F-16, आईएएफ अधिकारी ने तस्वीरों में दिखाया-

पाकिस्तान के डीजी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी-आईएसपीआर) सरीखे कुछ आधिकारिक बयानों ने भी आईएएफ की बात का समर्थन किया था। 27 फरवरी को डीजी-आईएसपीआर ने भी कहा था कि घटना के दौरान तीन पायलट वहां थे, जिसमें एक को हिरासत में लिया गया, जबकि दो वहीं इलाके में थे।

उन्होंने बताया, “डीजी-आईएसपीआर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैमरे पर कहा था कि उनके पास दो पायलट हैं। एक हिरासत में, जबकि अन्य अस्पताल में भर्ती है। पाक पीएम इमरान खान की तरफ से भी यही बयान दिया गया था। ऐसे में ये सब साबित करता है कि हवाई आमने-सामने में कुल दो विमान थे, जो बाद में जा गिरे थे।