भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों पर पश्चिम एशिया के कई मुस्लिम देशों ने भारत सरकार के सामने विरोध दर्ज कराया है। अब इस कड़ी में मुस्लिम देश मिस्र का भी नाम शामिल हो गया है। मिस्र की राजधानी काहिरा की प्रभावशील इस्लामिक यूनिवर्सिटी अल अजहर ने इसे आतंकी घटना तक कह दिया है। यूनिवर्सिटी ने बयान जारी कर कहा “इस तरह के आतंकी कृत्य पूरी दुनिया को विनाश और खूनी संघर्ष की तरफ ले जाएगे।”
भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से मध्य पूर्व के मुस्लिम देशों को बताया गया है कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वालों पर सरकार कड़ी कार्यवाही कर रही है और उन्हें उनके पद से हटा दिया गया है। हालांकि अभी तक भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा और भाजपा से निष्कासित दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड नवीन जिंदल को न ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है और ना ही उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
दूसरी ओर विपक्ष शासित राज्यों जैसे महाराष्ट्र और तेलंगाना के कई जिलों में शर्मा पर समुदायों के बीच नफरत करने और धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का मामला दर्ज किया गया है। सोमवार को मुंबई पुलिस ने इस पूरे मामले पर कहा कि उन्हें इस मामले पर अपना बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा गया है।
दिल्ली पुलिस की ओर से ही नूपुर को सोशल मीडिया पर मिल रही धमकियों को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पूरे मामले पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले का कहना है कि “मैंने पिछले हफ्ते उनकी सांप्रदायिक टिप्पणी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी हालांकि उस पर अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।”
सोमवार को शर्मा और जिंदल की ओर से की गई विवादित टिप्पणियों पर सफाई देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “किसी धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने वाले आपत्तिजनक ट्वीट और टिप्पणियां कुछ व्यक्तियों द्वारा की गई थीं। वे किसी भी रूप में भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। संबंधित निकायों द्वारा इन व्यक्तियों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है।”
बता दें, पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर मध्य पूर्व के मुस्मिल देशों जैसे कतर, कुवैत, ईरान, मालदीव, सऊदी अरब और यूएई ने कड़ा विरोध जताया है।